छावनी बीसी बाजार में वाल्मीकि मंदिर के समक्ष आयोजित लव-कुश विजय दिवस कार्यक्रम में हरियाणा के गृह मंत्री श्री अनिल विज ने बतौर मुख्यअतिथि कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान गृह मंत्री अनिल विज ने समाज के लोगों को लव-कुश विजय दिवस की हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि कहा कि ‘ईश्वर ने मुझे जितनी भी बाकि जिंदगी दी है वह आपका ऋण है और मैं वह जिंदगी आपके ऊपर लगाना चाहता हूं ‘। रविवार दोपहर आयोजित कार्यक्रम से पहले गृह मंत्री अनिल विज ने भगवान वाल्मीलकि मंदिर में माथा टेककर भगवान का आर्शीवाद लिया। कार्यक्रम की आयोजक वाल्मीकि महापंचायत सभा हरियाणा की ओर से गृह मंत्री अनिल विज का स्वागत किया गया जिसके बाद उन्हें शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया।
लोगों को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्हें इस कार्यक्रम में तब अच्छा लगा जब टांक साहब ने मंच से उन्हें कहा कि ‘मंत्री होंगे दूसरों के लिए, हमारे लिए तो भाई अनिल विज हैं और मैं तुम्हारा भाई अनिल विज ही हूं।‘ गृहमंत्री विज ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली थी जब वह बीमारी हुए उस समय लोगों ने उनके लिए हवन यज्ञ किए। उन्होंने कहा वह डॉक्टरों की दवाओं से नहीं आपकी दुआओं से ठीक हुए हैं। आज वह दोबारा आपके बीच आपकी दुआओं की वजह से हैं और जितनी भी बाकि जिंदगी बची है वो मैं आपका ऋण मानता हूं और आपके ऊपर लगाना चाहता हूं। इस दौरान गृह मंत्री ने अनिल विज ने सभा द्वारा दी गई मांगों को पूरा करने के लिए हर संभव कोशिश करने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि सभा द्वारा जो लाइब्रेरी की मांग दी गई है उस पर पहले से ही कार्रवाई चल रही है। लघु सचिवालय में नई लाइब्रेरी बनाई जा रही है जोकि पहले से आधुनिक होगी, यहां आधुनिक ई-लाइब्रेरी का प्रावधान होगा। लाइब्रेरी निर्माण पर ही लगभग ढाई करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा उच्च शिक्षा की तैयारी करने के लिए बच्चों के लिए अलग से लाइब्रेरी में व्यवस्था की जाएगी। यदि समाज के लिए अन्य लाइब्रेरी बनानी पड़े तो वह भी बनवा देंगे और पैसों की कोई कमी नहीं है। इसके अलावा गृहमंत्री ने अन्य मांगों पर भी सकारात्मक कार्रवाई करने का आश्वासन सभा के पदाधिकारियों को दिया। इससे पहले कार्यक्रम स्थल पर गृहमंत्री विज के पहुंचने पर सभा द्वारा उनका फूल-मालाएं पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम में ‘भाई अनिल विज जिंदाबाद’ के नारे भी समाज के लोगों द्वारा लगाए गए। कार्यक्रम में भाजपा सदर मंडल के अध्यक्ष राजीव गुप्ता डिम्पल, वाल्मीकि महापंचायत सभा के प्रदेशाध्यक्ष यशवीर वेदी, उपाध्यक्ष हरि किशन टांक, नंबरदार सुरेश कुमार, वार्ड प्रधान डा. दिनेश अग्रवाल, पूर्व पार्षद सुभाष शर्मा, महासिचव अनिल कौशल, प्रवक्ता जोगिंद्र, बुधराम मट्टू, दिनेश जयदिया, हुक्मचंद जयदिया, सुशील राठी, ममता, आरती, ज्योति, आशा, सुनीता रानी, कांता, बलजिंद्र, सुनीता कपूर एवं समाज के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
*भगवान वाल्मीकि जी की शिक्षा से लव-कुश शक्तिशाली बने*
गृह मंत्री अनिल विज ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुस्तान के इतिहास में यह दिन बहुत बड़ा है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री रामचंद्र जी ने एक बार अश्वमेघ यज्ञ किया, और अश्वमेघ यज्ञ के घोड़े की रक्षा करने के लिए शत्रुघन को जिम्मेदारी दी गई। जब अवश्वमेघ घोड़े को लव-कुश ने पकड़कर बांध दिया तो शत्रुघन युद्ध के लिए आगे और वह लव-कुश के हाथों परास्त हो गए। इसके बद लक्ष्मण जी आये उन्हें भी पराजय देखनी पड़ी। अंत में भगवान श्रीराम आए और वह हैरान थे कि ऐसी कौन सी शक्ति धरती पर आ गई जिसने उस समय के सबसे शक्तिशाली राजा श्री रामचंद्र जी की सेना को धाराशाही कर दिया। वह हैरान थे कि ऐसी कौन सी ताकत आ गई, इससे पहले वह कुछ करते तो उन्हें बताया गया कि यह आपके ही पुत्र है जिसके बाद भगवान श्रीराम ने दोनों को गले लगाया और दोनों को अलग-अलग राज्य देकर उनका राज्यभिषेक किया। मंत्री विज ने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी की जो शिक्षा थी वह सार्थक थी और उन्होंने बच्चों को इतना शक्तिशाली बनाया कि भगवान रामचंद्र जी को भी इस शक्ति का एहसास करना पड़ा।