देश के अन्नदाताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करने के साथ-साथ उन्होंने वंचितों और शोषितों की आवाज़ भी उठाई। उनके आदर्श विचार आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देते रहेंगे।