शहीदे आजम भगत सिंह और भारत के संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाएं आपने अकसर चौक, चौराहों और सरकारी संस्थानों में जरूर देखी होंगी, लेकिन किसी न्यायिक परिसर में इन महापुरुषों की प्रतिमाएं आपने शायद ही देखी हो, लेकिन रेवाड़ी बार एसोसिएशन ने रेवाड़ी के न्यायिक परिसर में इन दोनों महापुरुषों की प्रतिमाएं स्थापित कराकर न केवल एक इतिहास रच दिया, बल्कि औरों को भी इस कड़ी में जोड़ने के लिए प्रेरित करने का काम किया है और इस नेक काम को सिरे चढ़ाने का श्रेय रेवाड़ी के पूर्व जिला प्रमुख एवं बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान सतीश यादव को जाता है, जिन्होंने अपने निजी खर्च पर दोनों प्रतिमाएं मंगवाकर बार एसोसिएशन को समर्पित की।
वहीं बार एसोसिएशन में भी इन प्रतिमाओं की स्थापना कराने में जरा देर नहीं लगाई, जिसके चलते सतीश यादव के मुख्य आतिथ्य और जिला एवं सत्र न्यायाधीश विमल कुमार व जिला उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग की गरिमामय उपस्थिति में दोनों महापुरुषों की प्रतिमाओं का अनावरण किया गया।
बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट शमशेर यादव की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एडवोकेट रविंद्र यादव ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की। इस कार्यक्रम में काफी संख्या में अधिवक्ताओं के साथ अनेक गणमान्य लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम के उपरांत जिला एवं सत्र न्यायाधीश विमल कुमार ने इसे ऐतिहासिक यादगार पल बताते हुए बार एसोसिएशन के प्रधान शमशेर यादव को सभी अधिवक्ताओं को साथ लेकर चलने पर बधाई दी और कहा कि सभी लोग इन महापुरुषों के विचारों को अपने जीवन में उतारे, यही इनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
वही डीसी अशोक कुमार गर्ग ने भी इस नेक कार्य के लिए बार एसोसिएशन को बधाई देते हुए दोनों महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की और कहा कि यह दोनों प्रतिमाएं समाज के हर वर्ग को जीवन में कुछ नया और अच्छा करने की प्रेरणा देती रहेंगी। उन्होंने कहा कि हर शहीद का बलिदान अपने आप में कम रही है। इसलिए शहीदों की कभी तुलना नहीं की जा सकती और शहीद ए आजम भगत सिंह तो आज भी हर किसी के दिल में बसते हैं।
पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव ने दोनों महापुरुषों को समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बताया और कहा कि देश के लिए दोनों महापुरुषों के बलिदान और योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने सभी से इन महापुरुषों के पद चिन्हों पर चलते हुए जीवन में आगे बढ़ने का आह्वान किया।