देशभर में आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. इसे आजादी का अमृत महोत्सव नाम दिया गया है. इस मौके पर आज से हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga campaign) भी शुरू हो चुका है. इसी कड़ी में सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में आज एक विश्व रिकॉर्ड बनाया गया. जहां 5 हजार से ज्यादा बच्चों ने मिलकर दुनिया का सबसे बड़े लहराते राष्ट्रीय ध्वज की आकृति (human formation of national flag) बनाई.चंडीगढ़ के सेक्टर-16 के क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में 5885 बच्चों ने एक साथ खड़े होकर लहराते हुए राष्ट्रीय ध्वज की शक्ल दी. इन सभी ने केसरिया, सफेद और हरे रंग के कपड़े पहनकर एक बड़ा सा मानव तिरंगा (worlds largest human image of waving national flag) बनाया. बच्चों द्वारा एक लहराते तिरंगे की आकृति बनाने का ये विश्व रिकॉर्ड है. यानी ये दुनिया में लहराते राष्ट्रीय ध्वज की सबसे बड़ी मानव छवि है.हवा में लहराते तिरंगे की तरह आकृति को देखते ही सभी को मंत्रमुग्ध कर (worlds largest human image of waving national flag) दिया. इस मौके पर स्टेडियम में मौजूद हजारों लोग इस वर्ल्ड रिकॉर्ड के गवाह बने. ये लहराता अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज (tiranga world record in Chandigarh) हो गया है।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने दी बधाई- इस मौके पर पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के साथ केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी भी मौजूद रहीं. मीनाक्षी लेखी ने इस कार्यक्रम के आयोजकों को वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए बधाई दी. इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि केंद्र सरकार ने हर घर तिरंगा मुहिम चलाई हुई है. उन्हें बड़ी खुशी है कि इसके तहत आज चंडीगढ़ में वर्ल्ड रिकॉर्ड बना है. उन्होंने कहा कि अक्सर ये कहा जाता है कि हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल के मिल गई लेकिन मैं ऐसा नहीं मानती हूं. देश की आज़ादी के लिए भगत सिंह जैसे हजारों लोगों ने अपनी जान की कुर्बानी दी है.
इस मौके पर मौजूद रहे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधि स्वपन गांगरीकर ने बताया कि इससे पहले वेंविंग ह्यूमन नेशनल फ्लैग का वर्ल्ड रिकॉर्ड दुबई के नाम था. जहां साल 2017 में 4130 प्रतिभागिओं ने इसी तरह से अपना राष्ट्रीय ध्वज की लहराती हुई आकृति बनाई थी. लेकिन आज चंडीगढ़ में ये रिकॉर्ड टूट गया है क्योंकि चंडीगढ़ में बनी लहराती राष्ट्रीय ध्वज की आकृति बनाने में 5885 छात्र शामिल हुए हैं