इस मौक़े पर संगठन व वर्किंग कमेटी ऑफ हरियाणा वेटनेरियन ने सामूहिक रूप से पशुचिकित्सकों की निम्न मांगे रखी:
1. पशुचिकित्सकों के खाली पद भरे जाएं जिसमें हरियाणा के रजिस्टर्ड डॉक्टरों की प्राथमिकता हो।
2. पशुचिकित्सकों को समय पर तीनों ए.सी.पी. सत प्रतिशत कैडर को दी जाए तथा इसमें लगी कैप उठाई जाए।
3. पशुचिकित्सकों की भर्ती ग्रुप ए में की जाए जो वर्तमान में ग्रुप बी में होकर 2 साल बाद ग्रुप ए में होते हैं।
4. उपमंडल अधिकारी स्तर की सीधी भर्ती बंद की जाए।
5. उपमंडल अधिकारी से उपर के पदों में पद्दोनति; सीधी भर्ती वाले अधिकारियों की अलग से उसी अनुपात वरिष्ठता बनाकर की जाए।
6. सभी जिला मुख्यालय पर पॉलिक्लिनिक खोले जाए व उनके सही संचालन के लिए विशेषज्ञ पशुचिकित्सक तैनात किए जाएं।
पशुपालन मंत्री जी ने सभी मांगों पर गंभीरता से विचार करते हुए विभागीय आयुक्त एवं सचिव से जल्द बैठक कर समाधान निकालने का आश्वासन दिया। इस मौके पर विभिन्न जिलों से आए पशुचिकित्सक डॉ रमेश चौहान, डॉ विकास जागलान, डॉ विजय सनसनवाल, डॉ सुरेंद्र नैन, डॉ सुनील बिश्नोई, डॉ रविंद्र दलाल, डॉ अजय यादव, डॉ गुरबख्श, डॉ पुनीत शर्मा, डॉ दिनेश गुलिया तथा डॉक्टर अमित गाल्याण मौजूद रहे।