राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच ने बॉर्डर खुलवाने के लिए प्रयास तेज करते हुए मुख्यमंत्री मनोहरलाल से समय मांगा है ।मंच की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि अब उन्होंने कमर कस ली है और वो हर हालत में बॉर्डर का रास्ता लेने के लिए कृतसंकल्प हैं ! ये जानकारी देते हुए मंच के अध्यक्ष हेमंत नांदल ने कहा कि किसान का नाम लेकर कई राजनीतिक दल व राष्ट्रविरोधी ताकतें बॉर्डर पर अलोकतांत्रिक गतिविधियां जारी किए हुए हैं ।इसके कारण बॉर्डर से जुड़े गांव,कस्बे,शहरों में आमजन का जीवन नर्क हो चला है।
हेमंत नान्दल ने कहा कि पिछले कई महीने से दिल्ली बॉर्डर बंद है जिसके कारण आमजन को बहुत भारी परेशानी हो रही है । राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच ने भी कई महीने से बॉर्डर खुलवाने के लिए आंदोलन चला रखा है,,ताकि आम आदमी अपना जीवन यापन और रोजमर्रा की गतिविधियों नौकरी,बिजनेस,साग सब्जी,दूध की सप्लाई, खरीदारी, दुकानदारी,व ट्रांसपोर्ट के सभी कामों के लिए दिल्ली जा सके । मंच ने सोनीपत व झज्जर ( टीकरी बॉर्डर ) के सैकड़ों गांव में जा जाकर लोगों से बात की है जिसमें लोगों से ये बात निकल कर आई है कि अब नागरिकों को ही आगे आना होगा क्योंकि सरकार व प्रशासन कुछ सख्ती करता है तो ये दंगा करने पे उतारू हो जाते हैं ।इन्हें हरियाणा के भी विपक्षी दलों व दलालों का समर्थन प्राप्त है ।
हेमंत नान्दल ने कहा कि हमारे साथ लाखों लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं और हम इन भावनाओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराना चाहते हैं। किसान शब्द का गलत प्रयोग करके कुछ लोग अपनी राजनीति चमका रहे हैं,वो चमकाएं लेकिन आम जनता की जिंदगी से खिलवाड़ करके उन्हें हीरो नहीं बनने देंगे ।