राष्ट्र की एकता और अखंडता के सूत्रधार सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में हरियाणा में ‘सरदार@150 एकता मार्च’ का आयोजन किया जाएगा। यह अभियान अमृत काल की अमृत पीढ़ी यानी युवाओं को सरदार पटेल की एकता, अखंडता और शक्ति की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा।
मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी ने आज दो माह तक चलने वाले इस राष्ट्रीय अभियान की तैयारियों की समीक्षा की।
कार्यक्रम के अंतर्गत 31 अक्तूबर, 2025 को राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर जिला स्तर पर पदयात्राएँ निकाली जाएंगी। इसके बाद 26 नवंबर से 6 दिसंबर, 2025 तक राष्ट्रीय स्तर पर ‘सरदार@150 एकता मार्च’ का आयोजन किया जाएगा।
गौरतलब है कि सरदार@150 एकता मार्च’ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘राष्ट्र निर्माण में जन भागीदारी’ के विज़न से प्रेरित ‘विकसित भारत पदयात्रा’ पहल का हिस्सा है।
युवा मामले मंत्रालय के अधीन 'माई भारत' द्वारा यह पहल युवाओं में राष्ट्रीय एकता, देशभक्ति और नागरिक दायित्व की भावना को सशक्त करने के उद्देश्य से की जा रही है। इस अभियान का लक्ष्य युवाओं को ‘एक भारत, आत्मनिर्भर भारत’ के आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित करना है, जिसमें सरदार पटेल के सशक्त और एकजुट भारत के विज़न की गूंज है।
पदयात्रा गतिविधियों का प्रभावी समन्वय और संचालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से, मुख्य सचिव ने सभी जिलों में जिला कोर समितियों के गठन के निर्देश दिए। उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित इन समितियों में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी, जिला युवा अधिकारी, कार्यक्रम अधिकारी, एनएसएस, माई भारत प्रतिनिधि तथा जनप्रतिनिधियों (सांसद/विधायक) सहित संबंधित विभागों के अधिकारी बतौर सदस्य शामिल होंगे।
अतिरिक्त निदेशक श्री राज कुमार को राज्य नोडल अधिकारी नामित किया गया है, जबकि सरकारी आईटीआई के प्राचार्य जिला नोडल अधिकारी होंगे। ये अधिकारी युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता विभाग, हरियाणा के माध्यम से युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।
सभी जिलों में यह अभियान माई भारत के जिला युवा अधिकारी द्वारा चलाया जाएगा और सभी विभाग उनसे समन्वय स्थापित करेंगे। माई भारत के जिला युवा अधिकारी जिला कोर समिति के सदस्य सचिव के तौर पर पदयात्रा की सभी तैयारियों की देखरेख करेंगे।
मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी ने सभी विभागों, शैक्षणिक संस्थानों और युवा संगठनों से इस राष्ट्रीय उत्सव को सफल और प्रभावशाली बनाने के लिए पूरा सहयोग देने का आह्वान किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेशभर के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, तकनीकी संस्थानों और स्कूलों की इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
यह बैठक केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्रालय तथा श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले मंत्री के कार्यालय से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुरूप आयोजित की गई।