गुरुग्राम में आगामी मॉनसून सीजन के दौरान जलभराव की समस्या से नागरिकों को राहत दिलाने के लिए हरियाणा सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। इसी क्रम में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने शनिवार को नगर निगम गुरुग्राम तथा गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शहर के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर ड्रेनेज व्यवस्था का निरीक्षण किया।
गौरतलब है कि शहर में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए पर्यावरण मंत्री निरंतर संबंधित अधिकारियों संग बैठक कर, किए जा रहे सभी आवश्यक प्रबंधों की समीक्षा कर रहे हैं तथा स्वयं फील्ड में उतरकर उनका जायजा भी ले रहे हैं। कैबिनेट मंत्री ने इसी माह की शुरुआत में विभिन्न चिन्हित बिंदुओं का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे।
पर्यावरण मंत्री ने आज के अपने दौरे में आईडीसी, महरौली रोड, सेक्टर 17, डूंडाहेड़ा, अंसल प्लाजा, सी2, पालम विहार, चोमा, बजघेरा, धर्मपुर, धनकोट, सेक्टर 102, बसई, बसई तालाब, मोहम्मदपुर झाड़सा तथा खेड़की दौला क्षेत्र में नालों की वर्तमान सफाई स्थिति, जल निकासी प्रबंधन, तथा संभावित जलभराव वाले क्षेत्रों की पहचान कर वहां आपातकालीन उपायों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी नालों की समयबद्ध सफाई सुनिश्चित की जाए तथा आवश्यकतानुसार उनकी मरम्मत या चौड़ीकरण कार्य भी तत्परता से किया जाए।
मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि मानसून की पूर्व तैयारियों में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम एक महत्वपूर्ण आर्थिक एवं शहरी केंद्र है। यहां की नागरिक सुविधाएं हमारी प्राथमिकता में हैं। इस बार हमारा प्रयास है कि शहरवासी जलभराव जैसी समस्याओं से पूरी तरह मुक्त रहें। इन्हीं लक्ष्यों की पूर्ति के लिए प्रशासन द्वारा नागरिकों की समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने की दिशा में समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं।
निरीक्षण के दौरान जीएमडीए और निगम अधिकारियों ने पर्यावरण मंत्री को अब तक की गई तैयारियों की जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि प्रमुख ड्रेनेज लाइनों की सफाई का कार्य निर्बाध गति से जारी है और जलभराव संभावित क्षेत्रों में पंपिंग स्टेशन तथा मोटरों की तैनाती भी की जा रही है। इस मौके पर नगर निगम गुरुग्राम के अधिकारी मौजूद रहे।