हरियाणा की स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और आयुष मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि माता अहिल्याबाई होलकर ऐसी प्रतिमूर्ति थी, जिनमें माँ से लेकर शासक तक का समावेश था। उन्होंने निर्विवाद व निष्पक्ष शासक के रूप में खुद को पेश करके एक मिसाल कायम की, जो सराहनीय है।
स्वास्थ्य मंत्री शनिवार को झज्जर में अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के उपलक्ष्य में आयोजित जिला संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। इससे पूर्व उन्होंने दीप प्रज्जवलित कर संगोष्ठी का विधिवत शुभारंभ किया।
कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और हरियाणा में मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद ऐसे महापुरुषों को याद किया जा रहा है, जिन पर हमें गर्व है। इन महापुरुषों के जीवन से युवा पीढ़ी को नई प्रेरणा मिल रही है। उन्होंने कहा कि महारानी अहिल्याबाई होलकर का जीवन हम सभी के लिए एक अमूल्य प्रेरणा है, युवा पीढ़ी को उनके बताए मार्ग पर चलकर देश व प्रदेश के विकास में योगदान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देवी अहिल्याबाई का शासनकाल न्यायप्रियता, जनकल्याण और धार्मिक समर्पण की मिसाल था। अहिल्याबाई ने नारी शक्ति का ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया, जो आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने यह सिद्ध कर दिया कि एक स्त्री न केवल परिवार, बल्कि पूरे राज्य का संचालन भी दृढ़ता, विवेक और करुणा से कर सकती है। उन्होंने कहा कि माता अहिल्याबाई होल्कर साक्षात मातृत्व की प्रतिमूर्ति थी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर केवल एक शासिका नहीं थीं, बल्कि वे भारतीय संस्कृति, सेवा और नारी शक्ति की प्रतीक थीं। उनका जीवन हमें सिखाता है कि साहस, करुणा और धर्म के मार्ग पर चलकर हम समाज में अमिट छाप छोड़ सकते हैं। समाज का हर वर्ग होल्कर के दिखाए मार्ग पर चलें और सशक्त भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लिए जो भी कार्य होंगे उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। जनता की सेवा के लिए उनके दरवाजे 24 घंटे खुले हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में हैं। प्रदेश में ऑक्सीजन व दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं । नागरिकों को कोरोना से डरने की जरूरत नहीं बल्कि इससे सतर्क रहने की जरूरत है।