हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा है कि अवैध नशीली दवाओं की बिक्री से जुड़े लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे कोई भी केमिस्ट या मेडिकल स्टोर मालिक जो प्रतिबंधित या नशीली दवाओं की बिक्री करते पाए जाएंगे, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को जांच करने के निर्देश दिए हैं।
नशा मुक्त भारत अभियान के तहत और खाद्य एवं औषधि प्रशासन हरियाणा के आयुक्त मनोज कुमार ने स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशों पर आगे कार्रवाई शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि जिला सिरसा में अवैध नशीली दवाओं की बिक्री रोकने के लिए बड़े पैमाने पर छापेमारी अभियान चलाया गया। इस अभियान में 35 सीनियर ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर्स (SDCOs) और विभिन्न जोनों एवं जिलों से आए ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर्स (DCOs) ने भाग लिया।
अभियान को प्रभावी बनाने के लिए 8 विशेष टीमें गठित की गई, जिन्हें उन केमिस्ट दुकानों पर अचानक निरीक्षण करने का कार्य सौंपा गया जहाँ पर साइकोट्रोपिक / दोहरे उपयोग वाली दवाओं के दुरुपयोग की आशंका थी।
इस छापेमारी की प्रत्यक्ष निगरानी राज्य ड्रग्स कंट्रोलर लालित कुमार गोयल ने की। उनके साथ खाद्य एवं औषधि प्रशासन मुख्यालय से तीन असिस्टेंट स्टेट ड्रग्स कंट्रोलर्स परविंदर सिंह, करण सिंह गोदारा और राकेश दहिया भी उपस्थित रहे।
छापेमारी अभियान सिरसा ज़िले के कई क्षेत्रों जैसे कालांवाली, बडागुढ़ा, डबवाली, रानियां, ऐलनाबाद और सिरसा शहर में एक साथ चलाया गया। निरीक्षण कल सुबह 11:30 बजे शुरू होकर शाम 6:00 बजे तक जारी रहा।
इस अभियान के दौरान 67 मेडिकल दुकानों का निरीक्षण किया गया। इसी प्रकार 16 दुकानें रिकॉर्ड प्रस्तुत न करने और अन्य उल्लंघन पाए जाने पर सील की गई। अभियान के दौरान 15 सैंपल लिए गए। गड़बड़ी पाए जाने वाली सभी दुकानों को शो कॉज नोटिस जारी किए जाएंगे और आगे की कार्रवाई ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 एवं नियम 1945 के तहत की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि राज्य सरकार हरियाणा को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे। उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि नशीली दवाओं का अवैध व्यापार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।