हरियाणा के सहकारिता, कारागार, निर्वाचन, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में अपराधियों पर शिकंजा कसते हुए आपराधिक गतिविधियों को कम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जेल अब दंड नहीं सुधार की दिशा में उदाहरण बन रही हैं, जिसके कारण प्रदेश की जेलों में सुधार के साथ-साथ बंदियों को नवाचार कौशल को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि सजा उपरांत कैदी समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकें।
रविवार को जेल मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने जिला जेल, सोनीपत परिसर से सोनीपत, करनाल, फरीदाबाद, हिसार, अम्बाला, यमुनानगर और नूंह जेल परिसर में स्थापित जेल फिलिंग स्टेशन का उद्घाटन किया।
जेल मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि बंदियों को उनके अच्छे आचरण के आधार पर जेल से बाहर काम के अवसर की संभावना को देखते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के निर्देश पर कुरुक्षेत्र जेल में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जेल फिलिंग स्टेशन की स्थापना की गई थी, इसकी सफलता उपरांत प्रदेश में 11 जेलों में जेल फिलिंग स्टेशन स्थापित करने का निर्णय लिया गया और आज इसी प्रक्रिया में 7 पम्पों का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि मार्च 2026 तक प्रदेश की नारनौल, भिवानी, सिरसा व झज्जर जेल परिसर में भी जेल फिलिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि बंदियों को शिक्षा, विशेषकर नवाचार और कौशल विकास से भरपूर शिक्षा उपलब्ध करवाने में हरियाणा की जेलें अग्रणी है। इसी महीने देश के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत द्वारा गुरुग्राम जेल से आईटीआई के डिप्लोमा कोर्स व पालीटेक्निक कोर्सों की शुरुआत की गई थी, जिसका आज अन्य प्रदेश अनुसरण कर रहे हैं। हरियाणा सुनिश्चित कर रहा है कि जेल से बाहर आने के बाद कैदी सम्मानजनक रोजगार प्राप्त कर सके और समाज की मुख्यधारा में जुड़ सके। इसलिए प्रदेश की जेलों को सुधार, शिक्षा और आत्मनिर्भरता के प्रतीक बनाने का काम किया जा रहा है। जेल महानिदेशक आलोक कुमार राय ने कहा कि प्रदेश की जेलों में 50 गैंगस्टरों को अलग-अलग स्थानों पर रखा गया है, ताकि उनका नेटवर्क न बन सके। उन्होंने कहा कि आज जेलों में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंधों की बदौलत अपराधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि वो अन्य अपराध में भागीदार न बन सके।