पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर प्रदेशभर में सुशासन दिवस समारोह का आयोजन किया गया। प्रदेश में अलग—अलग जिलों में केंद्रीय मंत्रियों सहित अन्य मंत्रियों ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
जिला करनाल में केन्द्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने शासन को सुशासन में बदलने का विजन दिया। उनके इसी विजन को 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हर वर्ष 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में बनाने की घोषणा की थी। अटल बिहारी वाजपेयी जी ने अपने कार्यकाल के दौरान देश में शासन, कर्तव्य और सेवा की भावना से कार्य किया। उन्होंने देश की एकता व अखंडता के लिए स्वर्णिम चतर्भुज का निर्माण किया। उनकी दूरदर्शी सोच ने न केवल देश को सडक़ों से जोड़ा बल्कि उत्तर-दक्षिण और पूर्व-पश्चिम को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया।
जिला फरीदाबाद में केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि सुशासन की बुनियाद जनता की भागीदारी, कानून का शासन, पारदर्शिता, प्रशासनिक जवाबदेही, सामाजिक न्याय और मानव अधिकारों के संरक्षण पर टिकी होती है। वर्ष 2014 के बाद केंद्र और राज्य सरकारों ने प्रशासन के आधुनिकीकरण की दिशा में कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं, जिनका सीधा लाभ आम जनता को मिला है। डिजिटल तकनीक के व्यापक उपयोग, समयबद्ध और बाधारहित सेवा वितरण तथा समावेशी विकास की नीति ने शासन को अधिक प्रभावी और उत्तरदायी बनाया है।
जिला करनाल में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को नमन करते हुए कहा कि आज का दिन विशेष है, आज पूरा विश्व अटल जी के योगदान को याद कर रहा है। उन्होंने कहा अटल जी ने उस समय देश में सुशासन स्थापित किया जब राष्ट्र अपनी राह से भटक रहा था। उन्होंने न केवल भारत का गौरव बढ़ाया, बल्कि गरीब से गरीब व्यक्ति को उसका हक दिलाने के लिए एक पारदर्शी व्यवस्था खड़ी की।
जिला पानीपत में शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि सुशासन दिवस पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित किया जाता है। वे ऐसे निडर और देशभक्त प्रधानमंत्री रहे जिन्होंने विश्व की किसी भी शक्ति का दबाव ना मानते हुए पोखरण में परमाणु परीक्षण कर भारत की संप्रभुता और गौरव को बढ़ाने का कार्य किया। उन्होंने दिखा दिया कि भारत किसी के दबाव में नहीं रहेगा। पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने राजनीति में नए आयाम स्थापित किए। उन्होंने जिस विकसित भारत की नींव रखने का काम किया उसी को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत देश की सत्ता संभालते हुए सुशासन के माध्यम से सेवा करने का जो संकल्प लिया और उन्होंने साफ नीति और नियम से स्पष्ट दृष्टिकोण विश्व के सामने रखा।
जिला सोनीपत में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि अटल जी का संपूर्ण जीवन राष्ट्र सेवा, सुशासन और लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक रहा है। उनके द्वारा स्थापित सुशासन की परंपरा आज भी देश के विकास की दिशा तय कर रही है। उन्होंने कहा कि सुशासन दिवस मनाने का उद्देश्य शासन की योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना, पारदर्शिता सुनिश्चित करना तथा जनहितकारी नीतियों को प्रभावी रूप से लागू करना है। अटल बिहारी वाजपेयी जी का संपूर्ण जीवन राष्ट्र सेवा, लोकतांत्रिक मूल्यों और सुशासन का प्रतीक रहा है। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनसमूह ने वर्चुअल माध्यम(विडियो कांफ्रेंसिंग) से सुशासन दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा दिए गए अभिभाषण को सुना।
जिला सिरसा से हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि जन समस्याओं के त्वरित समाधान का रास्ता नीतिगत रूप से करना सुशासन है। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने समस्याओं के समाधान के लिए नीतियां बनाई। इसलिए उनकी स्मृति में उनके जन्मदिन 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है।
नूंह से खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले राज्य मंत्री राजेश नागर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर मनाया जाने वाला सुशासन दिवस देश में एक प्रशासनिक संस्कृति को मजबूत करता है। यह केवल औपचारिक दिवस नहीं, बल्कि शासन प्रणाली में लगातार सुधार और जनता-केन्द्रित नीतियों को लागू करने का संकल्प है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने डिजिटल इंडिया के माध्यम से प्रशासनिक पारदर्शिता की नई दिशा प्राप्त की है। परिवार पहचान पत्र पोर्टल के जरिए जनता अब फैमिली आईडी कार्ड, राशन कार्ड, वरिष्ठ नागरिक प्रमाण पत्र, दिव्यांग पेंशन, चिरायु आयुष्मान भारत और विवाह शगुन योजना जैसी जरूरी सेवाएं घर बैठे प्राप्त की जा रही हैं। डिजिटल व्यवस्था ने लोगों के समय की बचत की है और भ्रष्टाचार पर भी रोक लगाई है।