हिंद की चादर’ श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष के पावन अवसर पर हरियाणा के यमुनानगर जिले के सढौरा से चौथी पवित्र नगर कीर्तन यात्रा का भव्य शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने गुरुद्वारा ड्योढी साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष अरदास करते हुए श्री गुरु तेग बहादुर जी के तप-त्याग का संदेश जन-जन तक पहुँचाने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने अपने ऐच्छिक कोटे से गुरुद्वारा ड्योढी साहिब को 31 लाख रुपये देने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि गुरुओं की तप-त्याग का संदेश और गौरवशाली इतिहास को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से हरियाणा सरकार और हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष को भव्य स्तर पर मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी ने मानवता, धर्म और देश की रक्षा के लिए महान बलिदान दिया जिसे प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाना आवश्यक है ताकि आने वाली पीढ़ियां इस प्रेरणादायक इतिहास से सीख ले सकें।
श्री गुरु तेग बहादुर जी को पूरे विश्व के मानवाधिकारों के प्रथम महानायक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि साढौरा की पावन भूमि से आरंभ की गई यह चौथी नगर कीर्तन यात्रा, गुरु जी के तप, त्याग, विचार और धर्म रक्षा के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेगी।
उन्होंने बताया कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष के उपलक्ष्य में प्रदेशभर में चार पवित्र नगर कीर्तन यात्राएं निकाली जा रही हैं जो हरियाणा के सभी जिलों से गुजरेंगी। इन यात्राओं का समापन 24 नवंबर को कुरुक्षेत्र में होगा। अगले दिन, 25 नवंबर को श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर कुरुक्षेत्र में महा समागम का आयोजन होगा, जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उन्होंने साध-संगत से निवेदन किया कि वे परिवार सहित कुरुक्षेत्र की पावन धरती पर पहुँचकर इस ऐतिहासिक महा समागम का हिस्सा बनें।
मोदी सरकार ने साकार किया करतारपुर कॉरिडोर का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण करवाया गया, जिससे श्रद्धालुओं को पवित्र गुरु घर के दर्शन करने और अरदास का सौभाग्य प्राप्त हुआ। हरियाणा सरकार भी गुरुओं और महापुरुषों की परंपरा, शिक्षा और त्याग को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसी कड़ी में राज्य सरकार ने श्री गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती को बड़े सम्मान और श्रद्धा के साथ मनाया और अब श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष को भी अत्यंत भव्य स्तर पर आयोजित किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार की ओर से किए गए विभिन्न कार्यों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिरसा स्थित चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में श्री गुरु तेग बहादुर जी के नाम से एक चेयर स्थापित करने का निर्णय लिया गया है, ताकि नई पीढ़ियाँ गुरु जी के जीवन, दर्शन और बलिदान पर शोध कर सकें। पंचकूला से पोंटा साहिब तक की सड़क का नाम श्री गुरु गोविंद सिंह जी के नाम पर रखा गया है। इसी प्रकार, कुरुक्षत्र से लोहगढ़ साहिब सड़क का नाम बाबा बंदा सिंह बहादुर के नाम पर रखा गया है। सिरसा स्थित गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब को 70 कनाल भूमि निशुल्क प्रदान की गई है। लोहगढ़ में बाबा बंदा सिंह बहादुर स्मारक का शिलान्यास किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुओं के बलिदान और मानवता के लिए किए गए अतुलनीय योगदान को जन-जन तक पहुंचाना सरकार का संकल्प है, ताकि आने वाली पीढ़ियां इन पावन प्रेरणाओं से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें बलिदान दिवस को परिवर्तन का अवसर बताते हुए कहा कि आज आरंभ की गई चौथी यात्रा जैसे-जैसे प्रदेश के विभिन्न जिलों से आगे बढ़ेगी, यह हर स्थान, हर नगर और हर गांव में गुरु जी के सर्वोच्च बलिदान की प्रेरणा पहुंचाएगी। उन्होंने कहा कि यह यात्रा हमारी आने वाली पीढ़ियों को नई दिशा प्रदान करेगी।
इस अवसर पर प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा ने भी साध-संगत को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारे गुरुओं ने धर्म और मानवता की रक्षा के लिए जो महान बलिदान दिया, हमें उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए समाज और देश के लिए योगदान देना चाहिए।
इस अवसर पर हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रधान सरदार जगदीश सिंह झिंडा, ओएसडी डॉ प्रभलीन सिंह, जिला अध्यक्ष राजेश सपरा , पूर्व मंत्री कृष्णपाल, पूर्व विधायक बलवंत सिंह, बिशन लाल सैनी, बंतो कटारिया, सुमन बहमनी, शालिनी शर्मा, रमेश कुमार ठसका, इंदरजीत सिंह ढिल्लों, कुलविंदर सिंह, इकबाल सिंह भाटिया, सरदार गुलाब सिंह, बीबी करतार कौर सहित अन्य गणमान्य भी मौजूद रहे।