हरियाणा पुलिस द्वारा पुलिस महानिदेशक श्री ओ.पी. सिंह के सशक्त नेतृत्व में चलाया जा रहा राज्यव्यापी अभियान “ऑपरेशन ट्रैक-डाउन” लगातार अभूतपूर्व सफलता दर्ज कर रहा है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य गंभीर अपराधों में वांछित, फरार, इनामी और आदतन अपराधियों की धरपकड़ कर राज्य में कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाना है, और यह अभियान पूरी सक्रियता से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर रहा है। 12 नवंबर 2025 तक की गई कार्रवाई में, हरियाणा पुलिस ने कुख्यात अपराधियों में दहशत कायम करते हुए एक ही दिन में 59 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुँचाया है। इसके साथ ही, 22 आदतन और हार्डकोर अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है, जिससे इन पर पुलिस की लगातार निगरानी सुनिश्चित हो सके। पुलिस ने हत्या, हत्या के प्रयास व उगाही जैसे संगीन अपराधों में शामिल 33 अपराधियों को गिरफ्तार किया, जबकि अन्य अपराधों में भी 287 अपराधियों को धर दबोचा गया। “ऑपरेशन ट्रैक-डाउन” शुरू होने से लेकर अब तक कुल 378 कुख्यात और अंतरराज्यीय अपराधी जेल पहुँच चुके हैं, जबकि अन्य अपराधों में गिरफ्तार अपराधियों की संख्या 1918 तक पहुँच गई है, जो हरियाणा पुलिस की अपराध मुक्त राज्य बनाने की दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। डीजीपी श्री ओ.पी. सिंह ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान भविष्य में भी इसी तेजी और सख्ती से जारी रहेगा।
फिरौती मांगने का इनामी आरोपी रमन गिरफ्तार, दर्जन से अधिक मामलों में था वांछित।
हरियाणा पुलिस महानिदेशक श्री ओ.पी. सिंह के मार्गदर्शन में "ऑपरेशन ट्रैक-डाउन" अभियान राज्य भर में गंभीर अपराधों में वांछित, फरार और इनामी अपराधियों पर लगातार सटीक कार्रवाई कर रहा है। इसी क्रम में, जिला कुरुक्षेत्र पुलिस ने पुलिस अधीक्षक श्री नीतीश अग्रवाल के कुशल नेतृत्व और सीआईए-2 की टीम के अथक प्रयास से एक बड़ी सफलता हासिल की है। टीम ने एक दुकानदार को जान से मारने की धमकी देकर फिरौती मांगने के सनसनीखेज मामले में ₹5,000 के इनामी आरोपी रमन वासी उमरी को गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया था कि उसकी नए बस स्टैंड के पास कंप्यूटर की दुकान है, और उसे 22 मई 2025 को पहले एक अज्ञात नंबर से और फिर एक अंतर्राष्ट्रीय नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें उससे जान से मारने की धमकी देकर ₹20 लाख से लेकर ₹50 लाख तक की रंगदारी मांगी गई थी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, जांच सीआईए-2 को सौंपी गई, जिसने पहले ही दीपक, मोहित सैनी और राहुल को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दो पिस्टल, दो रौंद और एक मोटरसाईकिल बरामद की थी। गिरफ्तार आरोपी रमन उमरी न केवल इस मामले में वांछित था, बल्कि उस पर जिला कुरुक्षेत्र और करनाल के अलग-अलग थानों में करीब 14 गंभीर मामले दर्ज हैं, जिनमें से कई मामलों में वह माननीय अदालत में बेल जम्पर था और उसकी गिरफ्तारी बकाया थी। निरीक्षक मोहन लाल के नेतृत्व में उप निरीक्षक रणधीर सिंह की टीम ने 13 नवंबर 2025 को इस इनामी अपराधी को गिरफ्तार कर न्याय के कटघरे में पहुँचाया, जिससे संगठित अपराध के इस नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है।
अवैध असलाह के साथ अपराधी गगनदीप उर्फ थापा गिरफ्तार: हिंसक गतिविधियों पर अंकुश
"ऑपरेशन ट्रैक-डाउन" की इसी कड़ी में कुरुक्षेत्र पुलिस ने एक और सफलता प्राप्त करते हुए और अपनी कार्रवाई जारी रखते हुए अवैध असलाह (हथियार) रखने वाले एक आरोपी को भी गिरफ्तार कर कानून का शिकंजा कसा है। सीआईए-2 की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि विकास नगर निवासी गगनदीप उर्फ थापा के पास अवैध हथियार है और वह बाजीगर धर्मशाला के पास किसी के इंतजार में खड़ा है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए, सहायक उप निरीक्षक प्रवीन कुमार की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की और आरोपी को काबू किया। तलाशी लेने पर गगनदीप के कब्जे से एक देशी कट्टा और एक जिन्दा रौंद बरामद हुआ। आरोपी गगनदीप उर्फ थापा के खिलाफ थाना कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया और माननीय अदालत में पेश किया गया। निरीक्षक मोहन लाल ने बताया कि आरोपी गगनदीप पर भी जिला कुरुक्षेत्र के विभिन्न थानों में सात मामले दर्ज हैं, जिनमें चोरी, मारपीट, और हत्या के प्रयास से संबंधित गंभीर मुकदमे शामिल हैं और वह पहले एक मामले में दस साल की सज़ा भी काट चुका है। इन गिरफ्तारियों से यह स्पष्ट होता है कि कुरुक्षेत्र पुलिस न केवल फरार अपराधियों पर नजर रख रही है, बल्कि अवैध हथियारों के संचालन को रोकने और हिंसक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए भी पूरी तरह से सक्रिय और प्रतिबद्ध है।
जनता के बीच बढ़ता विश्वास: ‘ऑपरेशन ट्रैक-डाउन’ का व्यापक प्रभाव
पुलिस महानिदेशक श्री ओ.पी. सिंह के मार्गदर्शन में पूरे हरियाणा में चलाए जा रहे इस विशेष अभियान का उद्देश्य राज्य से अपराध और अपराधियों की जड़ें उखाड़ फेंकना है। "ऑपरेशन ट्रैक-डाउन" के तहत कुख्यात इनामी अपराधियों और अवैध हथियार रखने वालों की लगातार गिरफ्तारी से न केवल पुलिस रिकॉर्ड बेहतर हो रहे हैं, बल्कि यह आम जनता में सुरक्षा और विश्वास की भावना को भी मजबूत कर रहा है। जब रंगदारी मांगने वाले और अवैध हथियार लेकर घूमने वाले अपराधी सलाखों के पीछे होते हैं, तो व्यापारी वर्ग और नागरिक भय मुक्त होकर अपने दैनिक कार्य कर पाते हैं। हरियाणा पुलिस का यह दृढ़ संकल्प प्रदर्शित करता है कि कानून तोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और राज्य की पुलिस बल अपराधियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने तथा कानून के राज को हर हाल में स्थापित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।