हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि पांच वर्ष पहले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए नशा मुक्त भारत अभियान के तहत अब तक हजारों लोगों का जीवन बचाया गया है। नशा मुक्त भारत अभियान पूरे देश में एक विशाल और प्रभावी आंदोलन बन चुका है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री फतेहाबाद में नशा मुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ पर फतेहाबाद में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने नागरिकों को नशीले पदार्थों के उपयोग के विरूद्ध शपथ दिलाई जिसमें सभी ने मिलकर राज्य को नशा मुक्त बनाने का दृढ़ संकल्प लिया।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि अब तक पूरे देश में विभिन्न स्तर पर आयोजित 7.39 लाख गतिविधियों के माध्यम से, यह अभियान 23.22 करोड़ से अधिक लोगों को संवेदनशील बनाने और शिक्षित करने में सफल रहा है। इनमें 7.82 करोड़ से अधिक युवा और 5.25 करोड़ से अधिक महिलाएं इस अभियान के मुख्य भागीदार बने हैं। उन्होंने कहा कि 17.11 लाख से अधिक शैक्षणिक संस्थानों और 20000 से अधिक मास्टर स्वयं सेवकों का सक्रिय सहयोग इस अभियान की सफलता सुनिश्चित करता है।
श्री बेदी ने कहा कि इस अभियान के माध्यम से आने वाली पीढिय़ों को दलदल से निकालने की पहल की गई है। यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि नशा स्वास्थ्य पर कूप्रभाव डालता है बल्कि नशा ताने-बाने को भी कमजोर करता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 109 नशा मुक्ति केंद्र चलाए जा रहे हैं। इस अभियान की शुरुआत में राज्य के 10 प्रमुख जिले जिनमें रोहतक, सिरसा, सोनीपत, हिसार, अम्बाला, फतेहाबाद, करनाल, कुरूक्षेत्र, पानीपत तथा नूहं को शामिल किया गया था। इसके बाद अभियान का विस्तार करते हुए 4 और जिलों झज्जर, फरीदाबाद, गुरुग्राम एवं पंचकूला को जोड़ा गया।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए केंद्र व राज्य सरकार ने इस अभियान के साथ जोडऩे का काम किया है। इस अभियान को लेकर निबंध, रंगोली, राहगिरी, दौड़ इत्यादि की प्रतियोगिताएं करवाकर युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नशा केवल आदत ना समझे बल्कि नशा एक बीमारी है। इसे छोड़ा भी जा सकता है। उन्होंने कहा कि नशा करने वालों से नफरत न करें उन्हें नशा मुक्ति केंद्र में ले जाकर उनका ईलाज करवाएं।
इस मौके पर विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने नशा मुक्ति जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक, रागनी व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।