हरियाणा के माननीय राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने बुधवार को राजभवन में भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की और इस अवसर पर सीएसआईआर-सीएसआईओ, चंडीगढ़ के वैज्ञानिकों के साथ बातचीत भी की।
देश के मिसाइल कार्यक्रम का नेतृत्व करके एक सशक्त भारत के निर्माण में डॉ. कलाम के अभूतपूर्व योगदान को याद करते हुए, माननीय राज्यपाल प्रो. घोष ने कहा कि राष्ट्र उन्हें सदैव सम्मान और कृतज्ञता की गहरी भावना के साथ याद रखेगा।
प्रो. घोष ने कहा कि डीआरडीओ और इसरो के एक अग्रणी वैज्ञानिक के रूप में, डॉ. कलाम ने भारत के स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान (एसएलवी-III) के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 1998 में पोखरण-II परमाणु परीक्षणों के सफल संचालन में अग्रणी भूमिका निभाई।
माननीय राज्यपाल ने यह भी कहा कि भारत के राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने अपनी विनम्रता, सादगी, सत्यनिष्ठा और एक विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत के विजन से पूरे देश को प्रेरित किया। वे शिक्षा, नवाचार और मूल्यों के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध थे।
इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख लोगों में राज्यपाल के सचिव श्री डी.के. बेहरा, राज्यपाल के एडीसी श्री शुभम सिंह, राज्यपाल के ओएसडी डॉ. सतीश कुमार; सीएसआईआर-सीएसआईओ के वैज्ञानिक डॉ. विजय मीणा, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. नरेंद्र कुमार जस्सल और डॉ. अमोल पी. भोंडेकर तथा राजभवन के अन्य अधिकारी शामिल थे।