हरियाणा के सहकारिता, कारागार, निर्वाचन, विरासत व पर्यटन मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक राज्य-एक वैश्विक गंतव्य संकल्प में महेंद्रगढ की ढोसी की पहाडी व नारनौल को दुनिया के मानचित्र पर लाने की पैरवी की। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहर की नगरी महेंद्रगढ-नारनौल को विकसित करे तो देश ही नहीं, विदेशी पर्यटक एक शानदार पर्यटक स्थल को अनुभव कर पाएंगे। पर्यटन मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्राकृतिक एवं अरावली पहाडियों में इस शानदार पर्यटक स्थल के विकसित होने से दक्षिण हरियाणा में रोमांच, धरोहर, प्राकृतिक चिकित्सा एवं खेल आधारित गतिविधियों का समागम केंद्र तैयार होगा, जिसके सामाजिक, आर्थिक, व्यापारिक एवं पर्यटक दृष्टिकोण के दूरगामी व सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
मंगलवार को हरियाणा के पर्यटन मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा झीलों की नगरी उदयपुर (राजस्थान) में पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित दो दिवसीय राज्य पर्यटन मंत्रियों की बैठक में संबोधित कर रहे थे। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में देशभर के पर्यटन मंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के बजट में लक्ष्य अनुरूप 50 शीर्ष पर्यटक स्थल विकसित किए जाने पर राज्यों के प्रस्तावों पर मंथन हुआ। हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए पर्यटन मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने कहा कि एक राज्य-एक वैश्विक गंतव्य स्थल के तहत प्रदेश में महेंद्रगढ में ढोसी की पहाडी और विरासत नगरी नारनौल को वैश्विक पर्यटक स्थल के तौर पर विकसित करने की पैरवी की। डाॅ शर्मा ने कहा कि ढोसी की पहाडी और नारनौल की बावडी, मकबरों पर महलों की धरोहर को दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर स्थापित किया जाना समय की मांग है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और दक्षिण हरियाणा की अरावली श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण स्थान के तौर पर यह क्षेत्र न केवल वैश्विक पर्यटन गलियारा विकसित हो रहा है, बल्कि इससे सूक्ष्म एवं लघु उद्योग क्षेत्र, स्थानीय औद्योगिक इकाईयों और उद्यमियों के सामने अपार संभावनाएं पैदा होंगी। इसके लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व की प्रदेश सरकार पूरी तरह से तैयार है।
पर्यटन मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने कहा कि विश्व स्तरीय पर्यटक स्थल बनाने के लिए ढोसी की पहाडी और नारनौल की ऐतिहासिक हवेली, किले, कुंए, बावबडी, छतरी, द्वार, मंदिर, गुंबद और स्मारकों को एकीकृत विरासत विकास योजना के तहत संरक्षण एवं पर्यटन के नजरिए से विकसित किया जा सकता है। ढोसी की पहाडी को रोमांचक एवं सांस्कृतिक पर्यटन स्थल बनाते हुए ट्रैकिंग व लंबी पैदल चढाई, रोपवे प्रोजेक्ट, पर्यावरण अनुकूल शिविर, स्काईडाइविंग, सांग व अन्य संगीतमय प्रस्तुतियों के अतिरिक्त शिल्प बाजार व कारीगरों के प्रदर्शन को बेहतरीन तरीके से पेश किया जाएगा। इससे इलाके में तीन सितारा, पांच सितारा होटल्स, स्टे होम्स सुविधा व अन्य राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं बढने से क्षेत्र में व्यवसायिक गतिविधियों में उछाल आएगा, जो सीधे-सीधे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में बडा योगदान साबित होगा।
पर्यटन मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा भगवान श्रीकृष्ण के आगमन का स्थल है, जहां कुरूक्षेत्र में ऐतिहासिक महाभारत का युद्ध हुआ था। इंडोनेशिया के बाली में गरूड विष्णु कल्चरल पार्क में विशालकाय प्रतिमा वैश्विक पर्यटकों को लुभाती हैं, इसी प्रकार हरियाणा में भगवान श्री कृष्ण की विशालकाय प्रतिमा स्थापित की जाए, जो देशी-विदेशी पर्यटकों के आर्कषण का केंद्र बनेगी। पर्यटन मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने फरीदाबाद को व्यवसायिक पर्यटन के केंद्र के तौर पर विकसित करने का भी प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली से सटे होने और व्यवसायिक गतिविधियों के उत्कृष्ट केंद्र होने के साथ-साथ फरीदाबाद में पर्यटन विभाग के बेहतरीन रिजार्ट, गोल्फ कोर्स और सूरजकुंड में विश्वस्तरीय आवासीय सुविधाएं हैं। उन्होंने कहा कि गुरूग्राम, फरीदाबाद, दिल्ली, नोयडा, गाजियाबाद में फरीदाबाद जैसी अरावली पहाडियों की सुंदरता और प्राकृतिक संरचना के बीच बैठकें, सम्मेलन और प्रदर्शनियों के अवसरों को बढाने की जरूरत है। कैबिनेट मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने राष्ट्रीय बैठक के दौरान उपस्थित पर्यटन मंत्रियों को कुरूक्षेत्र में 15 नवंबर से प्रारंभ हो रहे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में शामिल होने व फरवरी माह में फरीदाबाद में 39वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में शामिल होने का न्यौता भी दिया। उन्होंने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत व अन्य राज्य, केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यटन मंत्रियों को पुरातत्व विभाग हरियाणा द्वारा ऐतिहासिक धरोहरों पर आधारित स्मारिका भेंट की। इस अवसर पर पर्यटन विभाग के निदेशक डाॅ शालीन, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के निदेशक अमित खत्री भी शामिल हुए।