करनाल की कालिदास रंगशाला में रविवार को सिख सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल ने शिरकत की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमें देश व समाज हित में बलिदान देने वाले सिख गुरुओं के आदर्शों पर चलना चाहिए। समाज में एकता के साथ आगे बढ़ना चाहिए और देश तोड़ने वालों से सावधान रहना चाहिए। उन्होंने कार्यक्रम में सौंपे गए मांग पत्र पर कमेटी बनाकर मांगों को पूरा करने का भी आश्वासन दिया।
केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने उपस्थित लोगों को क्रांतिकारी भगत सिंह जयंती की भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि 1699 में गुरू गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की। देश और धर्म की रक्षा के लिए सिखों ने अनेक लड़ाइयां लड़ी।
हरियाणा सरकार ने अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बनाने में सफलता हासिल की
केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा सरकार ने सिख गुरुओं के प्रकाशोत्सव को मनाया। एचएसजीपीसी की लड़ाई लड़ी और अलग कमेटी बनाने में सफलता मिली। ग्यारह साल के कार्यकाल में हरियाणा सरकार ने सिख समाज से जुड़ी अनेक मांगों को पूरा किया। हाल ही में हरियाणा सरकार ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ित परिवारों के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का फैसला किया है।
गुरुओं ने धर्म और संस्कृति बचाने के लिए लड़ाई लड़ी: विधानसभा अध्यक्ष
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि सिख एक बहादुर कौम है। फख्र है कि गुरुओं ने धर्म और संस्कृति बचाने के लिए लड़ाई लड़ी और कुर्बानियां दीं, इन्हें सारी दुनिया मानती है। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री रहते हुए वीर बाल दिवस पर अवकाश, गुरू नानक देव जी, गुरू गोबिंद सिंह जी और गुरू तेग बहादुर जी की जयंती मनाने का काम किया। करनाल के विधायक श्री जगमोहन आनंद ने कहा कि 1984 के पीड़ितों को सरकारी नौकरी दिए जाने की घोषणा करने के बाद सिख समाज ने मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी का धन्यवाद किया। वहीं, भाजपा नेता त्रिलोचन सिंह ने 15 सूत्री मांगपत्र केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल को सौंपा।