चंडीगढ़-- कुछ समय पूर्व हरियाणा में फरीदाबाद जिले के उपायुक्त (डिप्टी कमिश्नर- डी.सी.) विक्रम, जिनका पूरा नाम हालांकि विक्रम यादव हैं एवं जो प्रदेश कैडर के 2014 बैच के आई.ए.एस. अधिकारी है. ने इस पद पर तैनात हुए तीन वर्ष पूरे कर लिए.
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट एडवोकेट और प्रशासनिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार ( 9416887788) ने बताया कि फरीदाबाद जिले के उपायुक्त पद पर तैनात होने से ठीक पहले विक्रम अम्बाला जिले में चौदह महीनों अर्थात जून, 2021 से अगस्त, 2022 के अंतिम सप्ताह तक डी.सी. पद पर तैनात रहे थे.
उन्होंने आगे बताया कि हालांकि हरियाणा में कई वर्षो पहले आई.ए.एस. अधिकारियों का तीन वर्ष तक प्रदेश के किसी जिले में निरंतर डी.सी. पद पर तैनात रहना कोई बड़ी बात नहीं थी परन्तु विगत समय में डी.सी. पद पर तैनाती के लिए आई.ए.एस. अधिकारियों में बड़े स्तर पर लॉबिंग होती है जिससे यह देखने में आया है कि कई बार किसी जिले में एक वर्ष में ही दो से तीन बार जिले का उपायुक्त का तबादला हो जाता है.
वर्तमान में पानीपत के उपायुक्त वीरेन्द्र दहिया गत करीब अढ़ाई वर्ष से और जींद में मोहम्मद इमरान रज़ा ही पिछले दो वर्ष से डी.सी. पद पर तैनात हैं. इनके अतिरिक्त हरियाणा में किसी अन्य जिले में वर्तमान तैनात उपायुक्त का दो वर्ष कार्यकाल भी नहीं हुआ है.
हालांकि यू.टी. चंडीगढ़ में डी.सी. के पद पर, जहाँ हरियाणा कैडर का आई.ए.एस. प्रतिनियुक्ति (डेपूटेशन ) पर जाता है, वहां उपायुक्त का कार्यकाल सामान्यत: तीन वर्ष ही होता है. वर्तमान में हरियाणा कैडर के 2013 बैच के आई.ए.एस. निशांत कुमार यादव नवम्बर, 2024 से चंडीगढ़ में डी.सी. पद पर तैनात है जिससे ठीक पहले निशांत गुरुग्राम जिले में पौने तीन वर्ष अर्थात फरवरी,2022 से नवम्बर, 2024 के आरम्भ तक डी.सी. पद पर तैनात रहे थे
हेमंत ने बताया कि जब भी कोई व्यक्ति आई.ए.एस. अधिकारी बनता है, बेशक वह यू.पी.एस.सी. (संघ लोक सेवा आयोग ) द्वारा प्रति वर्ष आयोजित आल इंडिया सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण कर अर्थात सीधी भर्ती में चयनित होकर आईएएस बना हो अथवा प्रदेश सिविल सेवा (एससीएस ) से प्रोमोट होकर या गैर राज्य सिविल सेवा (नॉन-एससीएस ) कोटे से चयनित होकर आई.ए.एस. बना हो, उसकी सबसे पहले यही चाह होती है कि वह जल्द ही अपने प्रदेश के किसी ज़िले का डी.सी. तैनात हो.
बहरहाल, हेमंत ने हरियाणा के सभी ज़िलों में मौजूदा तैनात डी.सी. के आधिकारिक रिकॉर्ड का अध्ययन करने के बाद बताया कि वर्तमान में प्रदेश के कुल 22 ज़िलों में से केवल 7 में डी.सी. के पद पर एच.सी.एस. से पदोन्नत होकर अथवा नॉन-एच.सी.एस. कोटे से चयनित होकर आईएएस बने अधिकारी तैनात है.
वहीं प्रदेश के 15 ज़िलों में यू.पी.एस.सी. की सीधी भर्ती में चयनित होकर आई.ए.एस. नियुक्त हुए एवं जिन्हें हरियाणा कैडर आबंटित हुआ, वह बतौर जिलों के डी.सी. तैनात है. हालांकि हेमंत ने बताया की कुछ वर्ष पूर्व प्रदेश में एच.सी.एस. से प्रमोट होकर आई.ए.एस. बने अधिकारियों का जिले के डी.सी. के पदों पर बोलबाला था जो स्थिति गत कुछ समय में विपरीत हो गयी है.
उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के 5 ज़िलों – सोनीपत, महेंद्रगढ़, पानीपत, चरखी दादरी और पंचकूला के डी.सी. पद पर तैनात अधिकारी एच.सी.एस. से पदोनत्त होकर आई.ए.एस. बने अधिकारी बतौर डीसी तैनात हैं. इन सभी को आई.ए.एस. में पदोन्नति के साथ ही हरियाणा कैडर अलॉट किया गया था. सोनीपत में 2012 बैच के सुशील सारवान, महेंद्रगढ़ में 2012 बैच के मनोज कुमार -1, पानीपत में 2013 बैच के वीरेंद्र कुमार दहिया एवं चरखी दादरी में 2016 बैच के डॉ. मुनीश नागपाल और पंचकूला में 2017 बैच के सतपाल शर्मा, जो दोनों गत माह अगस्त,2025 में ही एच.सी.एस से प्रोमोट होकर आई.ए.एस. बने, वह बतौर डी.सी. तैनात है.
प्रदेश के दो जिलों पलवल और फतेहाबाद में गैर- राज्य सिविल सेवा कोटे से चयनित होकर आई.ए.एस. बने अधिकारी उपायुक्त के पद पर तैनात है. पलवल जिले में 2016 बैच के हरीश कुमार वशिष्ठ और फतेहाबाद में डॉ. विवेक भारती, जो दोनों नॉन-एच.सी.एस. कोटे से आई.ए.एस. बने थे, बतौर डीसी तैनात हैं.
वहीं प्रदेश के 15 ज़िलों – अम्बाला में 2012 बैच के अजय सिंह तोमर, यमुनानगर में 2013 बैच के पार्थ गुप्ता, गुरुग्राम में 2013 बैच के अजय कुमार, हिसार में 2014 बैच के अनीश यादव, फरीदाबाद में 2014 बैच के विक्रम, जींद में 2015 बैच के मोहम्मद इमरान रज़ा, कैथल में 2015 बैच की प्रीति, करनाल में 2015 बैच के उत्तम सिंह, सिरसा में 2015 बैच के शांतनु शर्मा, रेवाड़ी में 2016 बैच के अभिषेक मीणा, कुरुक्षेत्र में 2017 बैच के विश्रम कुमार मीणा, झज्जर में 2017 बैच के स्वप्निल रविंद्र पाटिल, भिवानी में 2017 बैच के साहिल गुप्ता, रोहतक में 2018 बैच के सचिन गुप्ता एवं नुहं में 2018 बैच के अखिल पिलानी बतौर डी.सी./उपायुक्त तैनात हैं.
हेमंत ने यह भी बताया कि हालांकि देश के कई राज्यों में आई.ए.एस. में सामान्यत: 9 वर्ष से 16 वर्ष की सेवा वाले आईएएस अधिकारी को अर्थात न्यूनतम जूनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड के आई.ए.एस. अधिकारियों को जिले का डीसी तैनात किया जाता है हालांकि हरियाणा में हालिया वर्षो में 9 वर्षो से कम सेवा वाले आई.ए.एस. अधिकारियों को भी जिले का डी.सी. तैनात किया जाता रहा है. वर्तमान में 2018 बैच के दो आई.ए.एस. जबकि 2017 बैच के चार आई.ए.एस. हरियाणा के अलग अलग जिलों में बतौर जिला उपायुक्त तैनात हैं.