इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) का उद्देश्य रिमोट एरिया, गांव देहात के विद्यार्थियों को कौशल एवं ज्ञान आधारित शिक्षा प्रदान कर उन्हें रोजगार योग्य बनाना है।
इग्नू के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इग्नू उच्च शिक्षा पहुंचाने के मिशन के अनुसार उच्च गुणवत्ता पर जोर देने के साथ-साथ एक लचीली और कम लागत वाली शिक्षार्थी केंद्रित शिक्षा प्रणाली के माध्यम से जन-जन तक शिक्षा पहुंचाने का कार्य कर रहा है। इग्नू महिलाओं, सामाजिक एवं आर्थिक रूप से वंचित समूहों, पूर्वाेत्तर क्षेत्र और देश के जनजातीय क्षेत्रों तथा कम साक्षरता वाले क्षेत्रों की ओर विशेष रूप से ध्यान दे रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि जिन विद्यार्थियों ने हाल ही में 12वीं कक्षा पास की है, ऐसे विद्यार्थी इग्नू से बैचलर ऑफ़ आर्ट्स, बैचलर ऑफ़ कॉमर्स (बीकॉम), बैचलर ऑफ़ कॉमर्स इन एकाउंटेंसी एंड फाइनेंस (बीकॉमए एंड एफ), बैचलर ऑफ़ साइंस (बीएससी), बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए), बैचलर ऑफ़ लाइब्रेरी साइंस, बैचलर ऑफ़ आर्ट्स इन टूरिज्म स्टडीज और बैचलर ऑफ़ सोशल वर्क कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि इग्नू लगभग 350 तरह के शैक्षिक, रोजगार मूलक, जागरूकता सृजन करने वाले और कौशल उन्मुखी अध्ययन कार्यक्रम संचालित कर रहा है। दाखिले से सम्बंधित अधिक जानकारी इग्नू की वेबसाइट www.ignou.ac.in पर उपलब्ध है। इग्नू विशेष रूप से समाज के सुविधा वंचित वर्गों के लोगों की विभिन्न शैक्षिक एवं रोजगार संबंधी जरूरतों को पूरा करना इन कार्यक्रमों का मुख्य केंद्र बिंदु है। व्यावसायिक वृद्धि के लिए नौकरीपेशा लोगों को सतत शिक्षा और प्रशिक्षण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए अनेकों कार्यक्रम तैयार किये गए हैं।
इग्नू ने हरियाणा के विभिन्न जिलों में विद्यार्थी सहायता और सेवाओं हेतु 32 अध्ययन केंद्र स्थापित किये हैं ताकि विद्यार्थियों को सहायता सेवाएं प्रदान की जा सकें। विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिले की अंतिम तिथि 15 जुलाई, 2025 है।