हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने योग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कार्य करने वाले आयुष योग सहायकों की सेवा के दौरान दुर्घटना में मृत्यु होने पर उनके परिजनों को अपने ऐच्छिक कोष से तीन-तीन लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की। इसके अलावा, उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि अब योग व प्राकृतिक चिकित्सकों का भी पंजीकरण किया जाएगा, इसकी इसी वर्ष से शुरुआत की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने स्कूलों में पहली से 10वीं कक्षा तक योग को पाठ्यक्रम के रूप में शामिल किया हुआ है। अब एक कदम और आगे बढ़ाते हुए योग, खेल व अन्य विषयों को सम्मिलित करते हुए पाठ्यक्रम में शामिल कर औपचारिक रूप से इनकी परीक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी। इससे बच्चों को बचपन से ही योग को समझने और जीवन का हिस्सा बनाने की प्रेरणा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने ये घोषणाएं आज पंचकूला में आयोजित भव्य योग महोत्सव के दौरान की। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से ‘सूर्य नमस्कार अभियान 2025’ के 264 उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया। इस मौके पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और आयुष मंत्री कुमारी आरती सिंह राव भी उपस्थित रहीं।
मुख्यमंत्री ने विजेताओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल, स्वस्थ और सफल भविष्य की कामना की और कहा कि यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि हरियाणा की मिट्टी में प्रतिभा और परिश्रम की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार अभियान 2025 में योग संस्थानों, आयुष योग सहायकों, शैक्षणिक संस्थाओं, जेल विभाग, पुलिस, सेना और अर्ध सैनिक बलों की भागीदारी रही, जो हमारे लिए गौरव की बात है।
आयुष विभाग में पारदर्शिता के लिए लॉन्च किए तीन पोर्टल
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने आयुष विभाग में और अधिक पारदर्शिता लाने के लिए 3 पोर्टल - ई-मार्केट प्लेस पोर्टल, आयुष औषधि इन्वेंटरी पोर्टल और ई औषधि लाइसेंसिंग पोर्टल भी लॉन्च किये। इनमें ई-मार्केट प्लेस पोर्टल के माध्यम से औषधीय पौधे तैयार करने वाले किसान, स्टाकिट्स आदि अपना पंजीकरण कर सकेंगे। उनसे कोई भी व्यक्ति औषधीय पौधों की खरीद कर सकेगा। आयुष औषधियों की प्रबंधन प्रणाली पर आयुष विभाग के अधिकारी औषधियों की मांग कर सकते हैं और स्टॉक अपडेट देख सकते हैं। इसके अलावा, लाइसेंसिंग पोर्टल पर नये अथवा लोन लाइसेंस प्राप्त करने, पुराने लाइसेंस के नवीनीकरण आदि के लिए आवेदन किया जा सकेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का यह योग महोत्सव एक विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह आगामी 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2025 से ठीक 25 दिन पहले आयोजित किया जा रहा है। आज ऐसे 264 लोगों को सम्मानित किया गया है, जिन्होंने हाल ही में संपन्न हुए 'सूर्य नमस्कार 2025' अभियान में अपने असाधारण प्रदर्शन से हम सभी को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार अभियान स्वामी विवेकानंद जयंती 12 जनवरी से आरम्भ हुआ था और महर्षि दयानद सरस्वती जी की जयंती 12 फरवरी को इसका समापन हुआ। इसमें 46 लाख लोगों ने भागीदारी की।
योग से विश्व गुरु बनेगा भारत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से विश्व में मनाया जा रहा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज योग न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों का परिणाम है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया। उस दिन प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने की पहली व सच्ची पहल की गई थी। उस समय 177 देशों ने भारत की इस पहल में अपना सहयोग दिया था और आज पूरी दुनिया योग को अपना रही है।
उन्होंने कहा कि इस समय योग प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 'फिट इंडिया-हिट इंडिया' के नारे को साकार करने का माध्यम बन रहा है। आज हमारे व पूरी दुनिया के लिए योग केवल पार्ट ऑफ लाइफ नहीं है, बल्कि योग अब वे ऑफ लाइफ बन रहा है।
योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन शैली
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि एक जीवन शैली है। यह हमारे ऋषियों की वह अनमोल देन है, जिसे उन्होंने हजारों वर्षों की तपस्या और आत्म-अनुभव से प्राप्त किया। भगवान श्रीकृष्ण जी ने गीता में योग के बारे में कहा है- 'योगः कर्मसु कौशलम्' अर्थात् योग से कर्मों में कुशलता आती है। योग का अर्थ है-जुड़ना, अर्थात् शरीर, मन और आत्मा का परमात्मा से जुड़ाव ही योग है। आज का यह महोत्सव भी योग के महत्व को समझने और योग को जीवन में आत्मसात् करने का है।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में हरियाणा को मॉडल राज्य बनाना लक्ष्य
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार योग को लगातार महत्व दे रही है। हमारा ध्येय है कि हरियाणा न केवल औद्योगिक और कृषि विकास में अग्रणी हो, बल्कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी एक मॉडल राज्य बने। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में योग हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। इस दिशा में प्रदेश के स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में भी योग सिखाया जा रहा है। हमने पहली से 10वीं कक्षा तक योग शिक्षा को अनिवार्य विषय के रूप में शामिल किया है। हरियाणा एकमात्र राज्य हैं जहाँ योग को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया हैं। हमने शिक्षा विभाग के 25 हजार कर्मियों को योग शिक्षक बनाया है। इतना ही नहीं, योग को बढ़ावा देने के लिए 'हरियाणा योग आयोग' का गठन किया गया है। योग एवं आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है।
आधुनिकता के साथ जुड़ रहा प्राचीन विज्ञान
उन्होंने कहा कि पंचकूला में राष्ट्रीय आयुर्वेद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान, गांव देवरखाना जिला झज्जर में पोस्ट ग्रेजुएट योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान की स्थापना की गई है। इसमें ओ.पी.डी. की सेवाएं शुरू हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार योग को बढ़ावा देने के लिए राज्य के 6500 गांवों में व्यायामशालाएं खोलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए 1121 जगहों को चिह्नित किया गया है। इनमें से 714 व्यायामशालाओं का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। इन व्यायामशालाओं में 877 आयुष योग सहायकों की नियुक्ति की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत राज्य में सभी आयुर्वेदिक औषधालयों को आयुष हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर में अपग्रेड करने का निर्णय लिया गया है। अब तक 506 आयुर्वेदिक औषधालयों व उपस्वास्थ्य केन्द्रों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर में अपग्रेड कर दिया गया है। इन आयुष हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर में 126 योग इंस्ट्रक्टर की नियुक्ति की जा चुकी है।
योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं
उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि वे योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। इसे केवल एक घंटे का व्यायाम न समझें, बल्कि इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें, इसे अपनी आदत बनाएं। प्रतिदिन कुछ समय योग, प्राणायाम और ध्यान के लिए अवश्य निकालें। इससे न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे, बल्कि मानसिक रूप से भी अधिक शांत, केंद्रित और प्रसन्न महसूस करेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने लेखिका मधु पंडित की पुस्तक द डेली पॉज़ – ए मेडिटेशन डायरी फॉर बिज़ी लाइव्स का विमोचन किया। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने हरियाणा योग आयोग द्वारा प्रकाशित 2 मैगज़ीन - योग साधना से विश्व कल्याण और सूर्य नमस्कार विशेषांक तथा स्मारिका का भी विमोचन किया।
योग, भारत की प्राचीनतम और बहुमूल्य परंपरा: आयुष मंत्री कुमारी आरती सिंह राव
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही हरियाणा की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और आयुष मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि आज का यह योग महोत्सव 2025 का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यह देखकर अत्यंत संतोष होता है कि हरियाणा के नागरिक योग के महत्व को न केवल समझ रहे हैं, बल्कि उसे अपने जीवन में उतार भी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि योग, भारत की प्राचीनतम और बहुमूल्य परंपरा है, जो केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति का भी मार्ग है। यह हमारी संस्कृति की पहचान है, जिसे आज पूरा विश्व अपनाने लगा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रयासों से जब से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत हुई है, तब से हर वर्ष करोड़ों लोग इससे जुड़ते जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आयुष विभाग और हरियाणा योग आयोग के अथक प्रयासों से प्रदेश में योग शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर गांव, हर शहर में योग प्रशिक्षकों की उपलब्धता हो, और लोग नियमित योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर संकल्प लें कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को भव्यता के साथ मनाएं और योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग और आयुष विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल ने कहा कि आज का यह योग महोत्सव 2025 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून से 25 दिन पहले मनाया जा रहा है। इसका अभिप्राय यही है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की रूपरेखा है को आज से शुभारंभ कर दिया है। मुख्यमंत्री ने आयुष विभाग को निर्देश दिया है कि 21 जून का अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम अभूतपूर्व होना चाहिए, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने योग दिवस को केवल एक कार्यकम का रूप नहीं, बल्कि जन आंदोलन बनाने का मार्गदर्शन दिया है।
हरियाणा योग आयोग के अध्यक्ष डॉ जयदीप आर्य ने मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी का स्वागत करते हुए कहा कि योग का गौरव बढ़ाने में मुख्यमंत्री की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि हरियाणा का भविष्य सशक्त हाथों में है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने प्रयासों से योग को पूरे विश्व तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्राकृतिक चिकित्सा की भूमि है और योग को प्राकृतिक चिकित्सा के साथ जोड़कर योग सहायकों और बच्चों को विदेशों में भेजा जा सकता है। इसके अलावा, योग शिक्षकों को भी विदेशों में भेजने की संभावनाएं तलाशी जाएं। उन्होंने कहा कि हरियाणा एक मात्र राज्य है, जहां योग को स्कूलों में पाठ्यक्रम में जोड़ा गया है।
कार्यक्रम में आयुष विभाग के महानिदेशक श्री संजीव वर्मा और हरियाणा योग आयोग के उपाध्यक्ष श्री रोशन लाल सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।