हरियाणा के पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा है कि बढ़ते प्रदूषण के कारण पर्यावरण सरंक्षण एक वैश्विक चिंता का विषय बनता जा रहा है। पर्यावरण संतुलन को बनाये रखने के लिए हमें प्रकृति व वन्य जीव सरंक्षण के प्रति संवेदनशील होना होगा। निजी क्षेत्र के साथ-साथ कई नए युवा स्टार्टअप भी प्रकृति व वन्यजीव सरंक्षण में गरी रूचि दिखा रहे हैं, जो कि सरकारी प्रयासों के साथ-साथ एक सराहनीय पहल है।
मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों अपने "मन की बात" कार्यक्रम में वन्य जीवों को बचाने का देशवासियों का आह्वान किया था। इसी कड़ी में हरियाणा वन विभाग अरावली क्षेत्र में जंगल सफारी व ग्रीन वाल प्रोजेक्ट वन जीवों को बचाने के लिए कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि जंगल सफारी परियोजना पहले पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की जानी थी परंतु अब मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने इसकी जिम्मेदारी वन एवं वन्य जीव विभाग को सौंपी है। विभाग तेजी से कार्य कर रहा है।
मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी 7 व 8 जून को जामनगर( गुजरात) के वनतारा परियोजना का दौरा करेंगे। उनके साथ वे स्वयं भी जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अरावली ग्रीन वॉल परियोजना के तहत हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और दिल्ली सहित चार राज्यों में 1.15 मिलियन हेक्टेयर से अधिक भूमि का सुधार बहु-राज्य सहयोग का एक अनुकरणीय मॉडल प्रदर्शित करना है। वनों की स्वदेशी प्रजातियों के साथ वनरोपण, जैव विविधता संरक्षण, मृदा स्वास्थ्य में सुधार और भूजल पुनर्भरण को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना भी है।
उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से अरावली क्षेत्र में न केवल लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे बल्कि जैव विविधता संरक्षण और पर्यावरण अनुकूल संसाधन प्रबंधन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में युवा पीढ़ी को प्रकृति को इस नेक कार्य के प्रति जागरूक करने तथा उनके आजिविका के साधन बढ़ाने के लिए राज्य में वन मित्रों की नियुक्ति की गई है, जो स्थानीय लोगों को वनों से जोड़ रहे है।