हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन विपक्ष के सदन से वॉक आउट करने को निंदनीय बताते हुए संसदीय कार्य मंत्री श्री महीपाल ढांडा द्वारा लाए गए निंदा प्रस्ताव का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची बनाने से संबंधित चल रहे चुनाव सुधारों से उत्पन्न स्थिति के संबंध में लाए गए प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष का सदन से वॉक आउट करना सही नहीं है।
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज कांग्रेस के झूठ का पर्दाफाश होना चाहिए। कांग्रेस लगातार झूठ बोल रही है और उसके बारे में प्रदेश व देश के लोगों को मालूम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तैयारी के साथ इस सदन में विपक्ष को आईना दिखाने के लिए आई थी, परंतु विपक्ष के सदस्यों ने सत्ता पक्ष की बात नहीं सुनी और यह झूठ आज पूरे प्रदेश के सामने आ गया है कि जब विपक्ष के सदस्य चर्चा को बीच में ही छोड़कर चले गए। इसकी मुख्यमंत्री ने कड़ी निंदा की।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जनता के विश्वास पर कुठाराघात किया। इसी को लेकर विधायक श्री रामकुमार कश्यप आज चर्चा के लिए प्रस्ताव लेकर आए। उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि जब संविधान की प्रक्रिया के अनुसार एक सदस्य प्रस्ताव लेकर आए, तो विपक्ष उसको सुनने के लिए भी तैयार नहीं है। विपक्ष के सदस्य जब तक सदन में रहे, उन्होंने सत्ता पक्ष के सदस्यों की आवाज सुनने नहीं दी और अंतत: वे वॉकआउट करके चले गए।
मुख्यमंत्री ने सदन में संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा कि बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की संवैधानिक पीठ ने यह पवित्र संविधान हमें दिया है, लेकिन कांग्रेस के नेता श्री राहुल गांधी ने शायद कोई अलग संविधान बना रखा है और कांग्रेस बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के लिखे हुए संविधान का अपमान कर रही है। कांग्रेस के नेता एक बुक को उठाकर अलग-अलग मंचों के ऊपर दुष्प्रचार करते हैं कि यदि श्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बन गए तो संविधान को खतरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सदस्यों द्वारा जिस प्रकार का भ्रम पूरे देश व प्रदेश में फैलाया गया कि वोट चोरी हुआ है। इसके लेकर ही आज प्रस्ताव लाया गया ताकि इस पर चर्चा हो सके और दूध का दूध और पानी का पानी हो। उन्होंने शायराना अंदाज में कांग्रेस की स्थिति को बताते हुए कहा कि संविधान पर उंगली उठाकर क्या पाओगे, अपनी नाकामी का बोझ कितनी दूर उठाओगे।
श्री नायब सिंह सैनी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष इस चर्चा में भाग लेता भी कैसे, क्योंकि झूठ के पैर नहीं होते। विपक्ष ने कितना बड़ा झूठ फैलाया, मतदाताओं के विश्वास पर उन्होंने प्रश्न चिन्ह लगाया। इतना ही नहीं, चुनाव आयोग, जो एक संवैधानिक संस्था है, उस पर उंगली उठाई गई। इसके अलावा, सत्ता पक्ष के कई सदस्य जब सदन में अपनी बात रख रहे थे तो विपक्ष ने धमकी भरे शब्द कहे, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि इस सदन में तीन प्रस्ताव लाए गए। पहला प्रस्ताव वंदे मातरम को 150 वर्ष पूरे होने पर चर्चा करने के लिए लाया गया और विपक्ष उस पर भी चर्चा के लिए तैयार नहीं हुआ। प्रदेश की जनता ने देखा है। वंदे मातरम कोई छोटा विषय नहीं है। जो क्रांतिकारी वीर हमारे देश के थे वे वंदे मातरम को सुनकर अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ खड़े हो जाते थे, गोली से भी नहीं डरते थे। जिस देश के करोड़ों लोगों को इससे प्रेरणा मिलती है, विपक्ष उस पर चर्चा करने के लिए भी तैयार नहीं है, उससे भी भाग गए। किस प्रकार से विपक्ष के सदस्यों ने सदन में अवरोध पैदा करने का काम किया, सबने देखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महान सदन के अंदर सरकार के प्रति विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। सरकार ने विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले और सत्र के दौरान भी स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार हर चर्चा के लिए तैयार है। यह सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलने वाली नॉन—स्टॉप सरकार है, जो हरियाणा प्रदेश के जन-जन के हित के लिए काम कर रही है। अविश्वास प्रस्ताव पर भी विपक्ष चर्चा नहीं कर पाए, उससे भी भाग गए। वहीं, आज फिर जब चुनाव सुधार को लेकर के प्रस्ताव आया, आज भी वॉक आउट कर गए।
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि विपक्ष इस विषय को लगातार उठा रहा है, देश को गुमराह कर रहा है। यहां तक कि कांग्रेस नेता श्री राहुल गांधी ने तो हरियाणा को टारगेट किया है। सत्ता पक्ष के पास सारे तथ्य थे, कि कांग्रेस के समय में कैसे-कैसे वोट चोरी होती थी, यहां तक आज भी मुकदमे चल रहे हैं। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि प्रदेश के नागरिक सच और झूठ को पहचानें। जनता स्वयं निर्णय करे कि किस प्रकार कांग्रेस ने लंबे समय तक झूठ फैलाया।