हरियाणा पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर निरंतर किए जा रहे प्रभावी प्रयासों का सकारात्मक असर देखने को मिला है। राज्य में नवंबर 2025 के दौरान सड़क हादसों, मृतकों और घायलों की संख्या में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है।
नवंबर में सड़क हादसे, सड़क दुर्घटनाओं से मौतें और घायलो की संख्या घटी
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, ट्रैफिक एवं हाईवे, हरियाणा, करनाल श्री हरदीप दून द्वारा पुलिस महानिदेशक, हरियाणा को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर 2025 में राज्य में कुल 867 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि अक्टूबर 2025 में यह संख्या 994 थी। इसी प्रकार, मृतकों की संख्या 408 से घटकर 384 और घायलों की संख्या 1084 से घटकर 1016 हो गई।
योजनाबद्ध कार्रवाई और जागरूकता से मिली सफलता
यह कमी हरियाणा पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में की गई योजनाबद्ध कार्रवाई, जागरूकता अभियानों और नियमित इंफोर्समेंट प्रयासों का परिणाम है। राज्यभर में 11 नवंबर से 25 नवंबर तक पुलिस ने ब्लैक स्पॉट्स की पहचान, सड़कों पर अवैध कटों की जांच, चालान, नशे में वाहन चलाने और ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई सहित विभिन्न गतिविधियां चलाईं गई।
डीजीपी के निर्देशों पर हुई प्रभावी कार्रवाई, सड़क हादसों में आई कमी
डीजीपी हरियाणा श्री ओ.पी. सिंह द्वारा लगभग एक माह पूर्व जारी किए गए निर्देशों के अनुपालन में राज्यभर में व्यापक स्तर पर कार्रवाई की गई है। डीजीपी ने सभी पुलिस अधिकारियों, एसएचओ और ट्रैफिक शाखा के कर्मियों को यह निर्देश दिए थे कि सड़क हादसों को “मानव निर्मित आपदा” मानते हुए इन्हें रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने आदेश दिया था कि प्रत्येक थाना/चौकी प्रभारी अपने क्षेत्र में ब्लैक स्पॉट्स, एक्सीडेंट-प्रोन क्षेत्रों और ओवरस्पीडिंग के कारणों की पहचान करें तथा आवश्यक सुधार कार्य तत्काल कराएं। साथ ही, शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई और रात्रि के समय हाईवे पर गश्त बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए थे। इन निर्देशों के बाद प्रदेशभर की ट्रैफिक इकाइयों ने न केवल इन बिंदुओं पर त्वरित कार्रवाई की बल्कि सड़क पर खड़ी खराब या दुर्घटनाग्रस्त गाड़ियों के आगे रिफ्लेक्टर टेप या चेतावनी संकेत लगाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई, ताकि अन्य वाहन चालक समय रहते सतर्क रह सकें। इन निर्देशों के प्रभाव से ही नवंबर माह में सड़क हादसों, मृतकों और घायलों की संख्या में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है।
सड़क सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धताः हरियाणा पुलिस का विशेष अभियान
हरियाणा पुलिस ने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए 11 से 25 नवंबर तक एक विशेष सड़क सुरक्षा अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने न केवल यातायात को सुगम बनाया बल्कि भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस कदम भी उठाए। सड़कों का गहन निरीक्षण करते हुए 107 ‘ब्लैक स्पॉट्स’ और 178 दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान की गई। इनमें से 32 ‘ब्लैक स्पॉट्स’ और 50 संवेदनशील स्थलों को तत्काल सुधारकर सुरक्षित बनाया गया, ताकि किसी परिवार को अपने प्रियजन को सड़क हादसों मे ना खोना पड़े।
साथ ही, सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए 222 अवैध कटों को चिन्हित किया गया, जिनमें से 77 को बंद किया जा चुका है। ये अवैध कट कई गंभीर हादसों के प्रमुख कारण बने थे। जनता की सुविधा के लिए 231 नए ट्रैफिक साइन बोर्ड लगाए गए हैं, जिनमें कैथल (100) और रोहतक (50) जिलों ने अग्रणी भूमिका निभाई। ‘हिट एंड रन’ जैसे गंभीर मामलों में पुलिस ने उल्लेखनीय कार्य किया और मात्र 10 दिनों में 89 मामलों को सुलझाया। यमुनानगर, फतेहाबाद और फरीदाबाद पुलिस की भूमिका इसमें विशेष रूप से सराहनीय रही। पुलिस ने ‘गोल्डन ऑवर’ के महत्व को समझते हुए 367 घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाकर कई लोगों का जीवन बचाया गया, जिससे पुलिस का संवेदनशील और मानवीय चेहरा उजागर हुआ।
सड़क अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा पुलिस की सख्त और संवेदनशील कार्रवाई
सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए पुलिस ने राजमार्गों पर गलत तरीके से खड़े 5,400 से अधिक वाहनों को हटवाकर सुरक्षित स्थानों पर खड़ा करवाया। ट्रक ड्राइवरों के साथ संवाद स्थापित कर 2,605 वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया। वहीं, यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए 13,293 ओवर-स्पीडिंग और 2,456 ड्रंक-ड्राइविंग चालान जारी किए गए। यह कार्रवाई केवल जुर्माने के लिए नहीं, बल्कि चालकों को यह समझाने के लिए थी कि उनके साथ साथ दूसरों का जीवन कितना अनमोल है।
हरियाणा पुलिस का उद्देश्य सड़क पर अनुशासन और जिम्मेदार व्यवहार को बढ़ावा देना रहा। इसी सोच के तहत राज्यभर में जन-जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसके तहत 273 कार्यक्रमों के माध्यम से 45,000 से अधिक नागरिकों को यातायात नियमों की जानकारी दी गई। पलवल और यमुनानगर जिलों ने इन अभियानों में विशेष उत्साह के साथ भाग लिया। इन प्रयासों के माध्यम से पुलिस ने यह संदेश दिया कि सड़क सुरक्षा केवल नियमों के पालन से नहीं, बल्कि सामूहिक जागरूकता और संवेदनशीलता से ही संभव है। हरियाणा पुलिस का यह अभियान एक सुरक्षित और दुर्घटना-मुक्त प्रदेश की दिशा में ठोस कदम सिद्ध हो रहा है।
सभी जिलों को दिए गए स्पष्ट निर्देश
एडीजीपी (ट्रैफिक एंड हाईवे) श्री हरदीप सिंह दून ने बताया कि सभी जिलों और कमिश्नरेट स्तर पर सड़क सुरक्षा के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। एसएचओ और चौकी प्रभारी स्तर पर भी निगरानी बढ़ाई गई है ताकि सड़क हादसों को कम किया जा सके।
जनजागरण से सड़क सुरक्षा को नई दिशा
उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस सड़क सुरक्षा के प्रति जनता को जागरूक करने और दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए प्रतिबद्ध है। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि ब्लैक स्पॉट्स का नियमित निरीक्षण करें, अवैध कटों को हटाएं और लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करें।