हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को संविधान निर्माता और आधुनिक भारत के शिल्पी डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब के विचार, सिद्धांत और संघर्ष न केवल भारतीय समाज बल्कि पूरी मानवता के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके जीवन का हर अध्याय हमें यह सीख देता है कि कठिन परिस्थितियों में भी दृढ़ इच्छाशक्ति, शिक्षा और समानता के प्रति समर्पण से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने भारत के संविधान में न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों को स्थापित किया बल्कि समाज के हर वर्ग को समान अधिकार और न्याय सुनिश्चित करने की नींव रखी। उन्होंने सामाजिक भेदभाव के खिलाफ निरंतर संघर्ष किया और शिक्षा को सामाजिक उन्नति का सबसे प्रभावी माध्यम बताया।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब की शिक्षाएं और उनके विचार समाज को सदैव प्रेरित करते रहेंगे। समानता, न्याय और मानवाधिकारों के प्रति उनका अदम्य संकल्प हमारे मार्ग को निरंतर प्रकाशमान करता रहेगा।
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार डॉ. अंबेडकर के आदर्शों पर चलते हुए समाज के वंचित, आर्थिक रूप से कमजोर और पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, रोजगार, सामाजिक सुरक्षा तथा अवसरों की समानता सुनिश्चित करने के लिए कई कल्याणकारी नीतियाँ चलाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने नागरिकों को डॉ. अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेते हुए आपसी भाईचारे, सामाजिक समरसता और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत बनाने में अपना योगदान देने का आह्वान किया।