हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने आज चौधरी देवीलाल सहकारी चीनी मिल, गोहाना के 25वें पेराई सत्र 2025-26 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह मिल केवल औद्योगिक इकाई नहीं, बल्कि किसानों की मेहनत, क्षेत्र की धड़कन और हजारों परिवारों की आजीविका का आधार है। इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रीटा शर्मा भी उपस्थित रहीं।
डॉ. शर्मा ने कहा कि किसान की मेहनत, पसीना और विश्वास ही इस मिल की सबसे बड़ी पूंजी है। हरियाणा सरकार किसानों को समय पर भुगतान, मिल संचालन में सुधार और नई तकनीक अपनाने को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने बताया कि गन्ने की अगेती किस्म का भाव 415 रुपये और पछेती किस्म का भाव 408 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। पिछले पेराई सत्र में प्रदेश के किसानों को 1211 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, जिनमें गोहाना मिल के 80 करोड़ और सोनीपत मिल के 103 करोड़ रुपये शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि सहकारी चीनी मिलों में लागू ऑनलाइन टोकन सिस्टम से किसानों के समय की बचत हुई है। गन्ना कटाई में श्रम संबंधी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग के सहयोग से सब्सिडी पर हार्वेस्टिंग मशीनें उपलब्ध कराने की प्रक्रिया भी तेज की जा रही है।
सहकारिता मंत्री ने मिल प्रबंधन को निर्देश दिए कि किसान, कर्मचारी और मजदूर मिल की रीढ़ हैं, इसलिए उनके सम्मान और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक और बेहतर प्रबंधन से ही मिल की कार्यप्रणाली और मजबूत होगी तथा यह पेराई सत्र खुशहाली और नए अवसरों का सत्र बनेगा।
डॉ. शर्मा ने पिछले वर्ष पुराने गन्ना किसानों को दोबारा मिल से जोड़ने के अपने आह्वान की याद दिलाते हुए जनप्रतिनिधियों और प्रबंधन से इस दिशा में और प्रयास करने की बात कही। उन्होंने कहा कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य में सहकारिता क्षेत्र की भूमिका महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में सहकारिता विभाग और शुगर फेडरेशन किसानों की समृद्धि के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।
समारोह में गोहाना सहकारी चीनी मिल के चेयरमैन एवं उपायुक्त सुशील सारवान ने किसानों से साफ-सुथरा गन्ना लाने की अपील की ताकि बेहतर रिकवरी प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री डॉ. शर्मा ने सीजन 2024-25 में सर्वाधिक गन्ना आपूर्ति और सबसे साफ गन्ना लाने वाले किसानों को सम्मानित किया। गांव बुसाना के संजय (16625 क्विंटल) और भैंसवाल कलां के दर्शन (7727 क्विंटल) को सबसे अधिक गन्ना आपूर्ति के लिए सम्मानित किया गया। वहीं साफ-सुथरा गन्ना लाने के लिए गांव आहुलाना के दिनेश, गांव कासंडा के सुमेर और गांव खंदराई के सुरेंद्र को सम्मानित किया गया।
सबसे पहले गन्ना लेकर पहुंचने वाले किसानों का भी सम्मान:
वर्ष 2025-26 पेराई सत्र के तहत बुग्गी पर सबसे पहले गन्ना लेकर आने वाले गांव आहुलाना के दल सिंह और ट्रैक्टर-ट्रॉली से सबसे पहले गन्ना लाने वाले गांव छिछड़ाना के किसान कृष्ण को विशेष सम्मान दिया गया।
समारोह में हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल प्रसंघ के प्रबंध निदेशक कैप्टन शक्ति सिंह, एसडीएम अंजलि क्षोत्रिय, मिल की एमडी अंकिता वर्मा सहित बड़ी संख्या में किसान व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।