देश की आंतरिक सुरक्षा को और सुदृढ़ करते हुए केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) में 11,729 नए प्रशिक्षित कांस्टेबल/जीडी परिचालन इकाइयों में शामिल हो गए हैं। यह भर्ती सीएईएसएफ की परिचालन क्षमता में 8 प्रतिशत की वृद्धि सुनिश्चित करती है, जो हाल के वर्षों में किसी भी अद्धसैनिक बल का सबसे बड़ा विस्तार है। ये सभी जवान देशभर के छह क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्रों—बरवाहा (एमपी), देवली (राजस्थान), बेहरोर (राजस्थान), थक्कोलम (टीएन), भिलाई (छत्तीसगढ़) और मुंडली (ओडिशा) से पासिंग आउट परेड के पश्चात बल में शामिल हुए हैं।
सीआईएसएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह विस्तार गृह मंत्रालय द्वारा सीआईएसएफ की स्वीकृत संख्या बढ़ाकर 2.2 लाख किए जाने के बाद आया है, जिससे बल को बढ़ती राष्ट्रीय सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने में और मजबूती मिलेगी।
उन्होंने बताया कि सीआईएसएफ अभी 360 से अधिक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों जिनमें हवाई अड्डे, बंदरगाह, परमाणु संयंत्र, मेट्रो नेटवर्क, अंतरिक्ष केंद्र और औद्योगिक इकाइयां शामिल हैं की सुरक्षा करता है। नए जवानों से जेवर एयरपोर्ट, नवी मुंबई एयरपोर्ट, भाखड़ा बांध जैसे नए और उच्च-प्राथमिकता वाले प्रतिष्ठानों की सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करना संभव होगा।
उन्होंने बताया कि नई तैनाती खतरे के स्तर, जनता की आवाजाही, पुरुष,महिला अनुपात, क्षेत्र-विशेष की जरूरतों और भर्ती कर्मियों की शैक्षणिक तकनीकी योग्यता के आधार पर की गई है। जम्मू-कश्मीर, वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों, एयरपोर्ट और डीएमआरसी जैसे अत्यंत संवेदनशील प्रतिष्ठानों में 90 प्रतिशत से अधिक मैनपावर जरूरतों की पूर्ति इस भर्ती से की गई है।
उन्होंने बताय़ा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी बड़ा कदम उठाते हुए 1,896 महिला कार्मिकों की तैनाती से परिचालन इकाइयों में महिला बल की संख्या में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इनमें से अधिकांश को एयरपोर्ट और मेट्रो सुरक्षा में लगाया गया है, जहां वे सुरक्षा जांच और यात्री प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को निभाएंगी।
उन्होंने कहा कि उन्नत तकनीक आधारित सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए ग्रेजुएट व तकनीकी योग्यता वाले कार्मिकों को एयरपोर्ट सुरक्षा में प्राथमिकता दी गई है, जहाँ हाई-एंड स्कैनिंग सिस्टम और आधुनिक सुरक्षा उपकरणों का संचालन अपेक्षित होता है।
इस व्यापक क्षमता वृद्धि के साथ सीआईएसएफ देश के अत्यंत संवेदनशील और भीड़-भाड़ वाले प्रतिष्ठानों में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करते हुए राष्ट्र को सुरक्षित, सक्षम और तकनीक-संचालित सुरक्षा प्रदान करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।