हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि छठ पर्व भारतीय संस्कृति का सेतु ही नहीं बल्कि देश के हर क्षेत्र को आस्था के धागे से जोड़ता है। साथ ही यह समानता की अद्भुत मिसाल भी है और हमारी संस्कृति व आस्था का प्रकृति से कितना गहरा जुड़ाव भी है।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने यह बात आज यहां पंचकूला में आयोजित राज्य स्तरीय छठ पूजा महोत्सव में उपस्थित लोगों को सम्बोधित के दौरान कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आस्था के महापर्व छठ पूजा की बधाई और शुभकामनाएं भी दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि छठ पूजा समिति, पंचकूला द्वारा छठ घाट के सौंदर्यकरण से सम्बंधित मांगों को पूरा करवाया जाएगा।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने छठ मईया की पूजा-अर्चना में भाग लिया तथा घाट पर डूबते सूर्य देव को अर्ध्य अर्पित किया ।
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि जहवाँ हरियाणा के माटी में ताकत बा, ओही जगह पूर्वाचल के संस्कृति में भावना बा-जब दुगो मिल जाला, त विकास आ विश्वास दुनो बढ़ जाला। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमें आपसी मेलजोल सिखाता है। यहां कोई बड़ा-छोटा नहीं है, कोई ऊंच-नीच नहीं है।
*पूर्वांचल में मनाया जाने वाला यह पर्व अब विभिन्न प्रदेशों की सीमाएं लांघकर देशभर में मनाया जाने लगा*
मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ पर्व को ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘ का उत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। मूल रूप से पूर्वांचल में मनाया जाने वाला यह पर्व अब विभिन्न प्रदेशों की सीमाएं लांघकर देशभर में मनाया जाने लगा है। पूर्वांचल के मेहनती और कर्मठ लोग आज विभिन्न प्रदेशों में अपनी कड़ी मेहनत से वहां की अर्थव्यवस्था में योगदान कर रहे हैं। आप जहां-जहां गये, वहां-वहां छठ पर्व भी पहुंच गया और सनातन संस्कृति के वहां के पुजारियों ने भी छठ पर्व को श्रद्धा व आस्था के साथ मनाना शुरू कर दिया।
*प्रदेश में कई शहरों में छठ पूजा के लिए बनाए जा चुके है घाट*
उन्होंने कहा कि छठ पूजा के लिए पंचकूला में भी घाट बनाया जा चुका है। इसके अलावा, दानवीर कर्ण की नगरी करनाल में भी सूर्यनारायण मन्दिर के सामने पश्चिमी यमुना कैनाल पर 4 करोड़ 48 लाख रुपये की लागत से स्नान घाट का निर्माण किया गया है। इसी घाट के सामने नहर के दूसरे किनारे पर भी स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत एक और घाट का निर्माण हो चुका है। इसके अलावा, पानीपत व सोनीपत में भी घाट बन चुके हैं।
*पिछले 11 वर्षों में सुरक्षा, सम्मान और समृद्धि के लिए अनेक योजनाएं शुरू की*
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ही मार्गदर्शन में हमने ‘श्रमेव जयते‘ में विश्वास करते हुए पिछले 11 वर्षों में आपकी सुरक्षा, सम्मान और समृद्धि के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं। प्रधानमंत्री ने मातृशक्ति की क्षमताओं को पहचानते हुए लोक सभा और विधान सभा में 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान किया है।
*निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए पिछले 11 वर्षों में करोडो रूपये किए खर्च*
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड ने विभिन्न योजनाओं के तहत पिछले 11 वर्षों में निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए 3 हजार 866 करोड़ रुपये खर्च किये हैं। इसके अलावा, हरियाणा श्रम कल्याण बोर्ड द्वारा भी 11 वर्षों में श्रमिकों के कल्याण के लिए लगभग 778 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। उन्होंने कहा कि श्रमिक परिवारों को ‘कन्यादान स्कीम‘ के तहत बेटियों की शादी के लिए हर शादी में 1 लाख 1 हजार रुपये का कन्यादान दिया जाता है। इसी प्रकार, बेटे व स्वयं की शादी पर भी 21 हजार रुपये की शगुन राशि दी जाती है।
*‘अंत्योदय आहार योजना‘ के तहत महिलाओं को दिया जा रहा है कैंटीनों का प्रबंधन*
उन्होंने कहा कि ‘अंत्योदय आहार योजना‘ के तहत श्रमिकों को रियायती भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके लिए प्रदेशभर में 175 कैंटीन चल रही हैं। इन कैंटीनों का प्रबंधन महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों द्वारा किया जाता है, जिससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा, भवन निर्माण और उद्योगों में कार्यरत श्रमिकों के फेफड़े सिलीकोसिस की विकट बीमारी से प्रभावित श्रमिक के पुनर्वास के लिए 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता का प्रावधान किया गया है।
*ई.एस.आई. लाभार्थियों को कैशलेस स्वास्थ्य सेवाएं कर रहे प्रदान*
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि श्रमिकों व उनके आश्रितों को 7 ई.एस.आई. अस्पतालों, 93 डिस्पेंसरी व 3 आयुर्वेदिक डिसपेंसरियों और एक मोबाइल डिस्पेंसरी द्वारा समग्र स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके अलावा, 157 सूचीबद्ध निजी अस्पताल ई.एस.आई. लाभार्थियों को कैशलेस स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
*प्रदेश के 4 शहरों में ई.एस.आई. अस्पताल खोलने की दी अनुमति*
सरकार ने हिसार, रोहतक और अंबाला में भी 100-100 तथा सोनीपत में 150 बिस्तरों वाले ई.एस.आई. अस्पताल खोलने की अनुमति दी है। इसके अलावा, हर श्रमिक का अपना घर हो इसको लेकर ‘प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता योजना‘ लागू की है। इसमें मुख्यमंत्री आवास योजना के पात्र निर्माण श्रमिकों को 2 लाख 50 हजार रुपये तक की वित्तीय सहायता सीधे दी जाती है।
मुुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माण श्रमिक कार्यस्थलों पर दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं। ऐसे मामलों में श्रमिकों को समय पर मुआवज़ा उपलब्ध करवाने के लिए हमने एक श्रमिक हितैषी मुआवज़ा नीति बनाई है। इसके तहत, 10 लाख रुपये से कम लागत वाले निर्माण कार्य में किसी भी दुर्घटना पर मुआवजा में किसी भी कमी की भरपाई सीधे हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण श्रमिक कल्याण कोष से की जाएगी।
इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता, पंचकूला के मेयर श्री कुलभूषण गोयल, जिला अध्यक्ष अजय मित्तल, उपायुक्त सतपाल शर्मा, पुलिस आयुक्त शिवास कविराज, पुलिस उपायुक्त सृष्टि गुप्ता , मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे, पंचकूला छठ पूजा समिति के चेयरमैन श्री संजय कुमार, प्रधान श्री काशी नाथ, उप-प्रधान श्री चंद्रेश्वर चौरसिया, महासचिव श्री इंद्रजीत चौरसिया सहित काफी संख्या में छठ मैया के भक्तजन उपस्थित रहे।