देश भर से आए नगर पालिका, नगर परिषद के पार्षद और अध्यक्षों के 30 से अधिक प्रतिनिधियों ने आज नई दिल्ली में पुरानी और नई संसद का भ्रमण किया और म्यूजियम भी देखा।
इस अवसर पर उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला से सीधा संवाद किया और उनके विचार सुने। अधिकाश प्रतिनिधियों ने गुरुग्राम में हुए दो दिवसीय सम्मेलन जैसे सम्मलेन बार-बार करने और सबसे बड़ी पंचायत को देखने का अवसर दिलाने का भी अनुरोध किया। देश में पहली बार ऐसा नगरीय सम्मेलन करवाने पर उन्होंने हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष का भी विशेष रूप से आभार जताया और सम्मेलन में ग्रहण किए गए अनुभव साझा किए। कई पदाधिकारियों ने नगरीय परिषदों में भी अध्यक्ष की तर्ज पर पद बनाने और अलग से बजट जारी करने का भी अनुरोध किया।
इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष श्री ओेम बिरला ने उक्त प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे यहां से अपने क्षेत्र की जनता से सीधा संवाद करने और उनकी अपेक्षाओें और आकांक्षाओं को पूरा करने का संकल्प लेकर जाएं।
इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण एवं उपाध्यक्ष कृष्ण लाल मिढ्ढा भी मौजूद रहे।
लोक सभा अध्यक्ष ने सभी प्रतिनिधियों का ऐतिहासिक संविधान सदन में पहुंचने पर आभार जताते हुए कहा कि यह सदन आजादी के स्वतन्त्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों के बलिदान से हस्तांतरण हुआ। इसके बाद बाबा साहेब के नेतृत्व में विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का संविधान बनाने की प्रक्रिया का भी यह सदन साक्षी रहा है। उन्होंने कहा कि यह सदन देश को आगे बढाने और संविधान में मिले अधिकारों और दायित्वों को निभाने का भी साक्षी बना हैै। उन्होंने कहा कि नए भारत के निर्माण के साथ-साथ आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप देने की प्रेरणा भी क्रांतिकारियों से ही मिली है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि देश भर के नगरीय प्रतिनिधियों का यह सम्मेेलन स्थानीय शासन को और अधिक बल देगा। लोकतंत्र की सबसे मजबूत कड़ी शहरी निकाय के प्रहरी होते हैं। उन्हें उम्मीद है कि वे इस सम्मेलन से नई प्रेरणा और ऊर्जा लेकर जाएंगे। इसके साथ ही सम्मेलन में लिया गया अनुभव, प्रशिक्षण, नवाचार, विचार और किया गया मंथन, अनुभव का लाभ अपने क्षेत्र की जनता को देंगे।
सभी प्रतिनिधियों ने दो दिवसीय सम्मेलन को लेकर हरियाणा सरकार की मेजबानी की भी भूरी-भूरी प्रशंसा की।