महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पंचकूला जिले के गांव बुडनपुर और गांव केदारपुर के आंगनवाड़ी केंद्रों में पुस्तकालयों का उद्घाटन किया गया। यह पहल राज्य में प्रारंभिक बाल देखभाल और शिक्षा को सशक्त बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक प्रयास है। इन पुस्तकालयों का उद्घाटन मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की पत्नी श्रीमती सोनिया रस्तोगी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर IAS अधिकारियों की पत्नियों की एसोसिएशन द्वारा 10 सीलिंग फैन, 4 वाटर प्यूरीफायर, हैंड पपेट्स, बिल्डिंग ब्लॉक्स, पशु खिलौने, कहानियों की पुस्तकें, और रंग भरने की किताबें भेंट की गईं। यह योगदान प्रारंभिक बाल शिक्षा को मजबूत करने और आंगनवाड़ी केंद्रों को सीखने के आनंदमय केंद्रों में परिवर्तित करने के उद्देश्य से किया गया जिससे वंचित समुदायों के बच्चे पुस्तकों, खिलौनों और शैक्षणिक सामग्री तक सरलता से पहुंच बना सकें।
श्रीमती सोनिया रस्तोगी ने कहा कि लाइब्रेरी होने से बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ेगी । सोनिया रस्तोगी द्वारा पहले भी पंचकूला जिले में आंगनवाड़ी केंद्रों की मरम्मत और उन्नयन में सहयोग के लिए मदद की जाती रही है। उन्होंने बाल कल्याण सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए विभाग के दृष्टिकोण को पूर्ण समर्थन देने की प्रतिबद्धता फिर से दोहराई।
इस दौरान पूर्व महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग डॉ. ऊषा गुप्ता, श्रीमती ऋतु अग्रवाल, श्रीमती प्रियंका गुप्ता, श्रीमती जूही मीणा और श्रीमती सुभी खत्री भी मौजूद रहीं।
वहीं, केदारपुर गांव के आंगनवाड़ी केंद्र में लाइब्रेरी उद्घाटन के दौरान गर्भवती महिलाओं के लिए गोद भराई कार्यक्रम, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ थीम पर केक काटना, वृक्षारोपण अभियान कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्री-स्कूल गतिविधियों के लिए "बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट" से बनाई गई शैक्षणिक सामग्री का प्रदर्शन किया और कम लागत वाले पोषणयुक्त व्यंजनों को भी प्रस्तुत किया ताकि स्थानीय समुदाय को स्वस्थ बाल पालन-पोषण के लिए प्रेरित किया जा सके। कार्यक्रम में डॉ. उषा गुप्ता ने मोटे अनाज (मिलेट्स) और अंकुरित अनाज के पोषण लाभों के बारे में जानकारी दी ।
यह पहल भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय तथा हरियाणा सरकार के पोषण अभियान और सक्षम आंगनवाड़ी 2.0 कार्यक्रमों के लक्ष्यों के अनुरूप है। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों को "आंगनवाड़ी-कम-प्री-स्कूल" के रूप में विकसित करने की व्यापक रणनीति का भी हिस्सा है जिसके अंतर्गत हरियाणा में 4000 से अधिक केंद्रों को पहले ही उन्नत किया जा चुका है।
इस अवसर पर विभाग की ओर से संयुक्त निदेशक श्रीमती राजबाला कटारिया ने IAS अधिकारियों की पत्नियों की एसोसिएशन के योगदान की सराहना की। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों और प्री-स्कूलों के लिए पंखे, वाटर प्युरीफ़ायर, खिलौने और शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने पर एसोसिएशन का आभार जताया।