हरियाणा के मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी ने कहा कि सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान के तहत प्रदेश में 531 पंचायतों ने पात्रता मानदंडों को पूरा किया है। यह अभियान सतत विकास लक्ष्य 2 और 3 के अनुरूप है और बेहतर बुनियादी ढांचे तथा थर्ड पार्टी आकलन द्वारा बेहतर पोषण परिणामों को बढ़ावा देता है।
मुख्य सचिव ने गत दिवस एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान की प्रगति की समीक्षा की।
गौरतलब है कि इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण और सामुदायिक विकास में सुधार करना है। साथ ही, इसका मकसद कुपोषण को खत्म करने और विकसित भारत का आधार बनाने के लिए ग्राम पंचायतों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना भी है।
श्री अनुराग रस्तोगी ने कहा कि पानीपत जिले के भोड़वाल माजरी गांव में एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की बेटी शिवानी पांचाल ने इस साल यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय रैंक 53 हासिल की है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शिवानी और उनकी मां को सम्मानित किया जाएगा और गांव के आंगनवाड़ी केंद्र को आदर्श आंगनवाड़ी केंद्र में तब्दील किया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान के तहत आंगनवाड़ियों के बुनियादी ढांचे, बच्चों की पोषण स्थिति, पूरक पोषण की डिलीवरी आदि पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और इसी मानदंड के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान प्रदेश में पोषण सुरक्षा और सतत विकास हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने सभी जिलों को मूल्यांकन प्रक्रिया में तेजी लाने और आवश्यक मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान के तहत नामांकन इस साल 31 जनवरी तक प्रस्तुत किए गए थे। प्रारंभिक स्क्रीनिंग 15 फरवरी तक पूरी हुई। इसके बाद राज्य टीमों द्वारा की जा रही पीयर रिव्यू जुलाई तक पूरी होने की उम्मीद है। थर्ड पार्टी सत्यापन अगस्त से सितंबर, 2025 तक होगा, जिसके अंतिम परिणाम सितंबर या अक्टूबर में आने की सम्भावना है। ये मूल्यांकन पोषण, बाल स्वास्थ्य सेवा और बुनियादी ढांचे की तैयारी सहित प्रमुख संकेतकों पर आधारित हैं।
बैठक में हाल ही में अंतर-राज्यीय पीयर रिव्यू के निष्कर्षों की भी समीक्षा की गई। मिजोरम की एक टीम ने अप्रैल 2025 में 55 ग्राम पंचायतों का मूल्यांकन करने के लिए प्रदेश का दौरा किया, जबकि हरियाणा के अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल का दौरा कर 17 ग्राम पंचायतों की समीक्षा की।
श्री रस्तोगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस महीने होने वाले पीयर रिव्यू के अगले दौर की सभी तैयारियाँ पूरी कर लें। उन्होंने रीयल टाइम, डेटा-संचालित मूल्यांकनों के लिए पोषण ट्रैकर का उपयोग करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने बुनियादी ढाँचे और सेवा वितरण अंतराल को पाटने के लिए केंद्रित प्रयासों का आह्वान किया।