हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि प्राकृतिक खेती समय की मांग है। इससे जमीन के साथ-साथ लोगों की सेहत में भी सुधार होगा। जहरीला अनाज खाने से लोगों की सेहत भी खराब हो रही हैं और वे गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
श्री राणा आज करनाल में जीटी रोड पर लवली नर्सरी में एपल गार्डन का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
कृषि मंत्री ने कहा कि इस नर्सरी में बागवानी पौधों की पौध तैयार की जाती है जिसे देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में परंपरागत खेती में बदलाव आया है। मछली पालन के साथ-साथ बागवानी और डेयरी क्षेत्र में भी किसानों का रुझान बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में सबसे अधिक योगदान कृषि का है।
श्री राणा के अनुसार उत्तम खेती, मध्यम व्यापार, अधम चाकरी और भीख निदान कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि खेती को सबसे अच्छा काम बताया। सरकार का प्रयास है कि खेती का और अधिक विकास हो।
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का जोर भी प्राकृतिक खेती पर है। डीएपी, यूरिया और कीटनाशकों को बार-बार प्रयोग करने से जमीन की उपजाऊ शक्ति घटती है और पैदावार पर भी विपरीत असर पड़ता है। ऐसे अनाज का उपयोग करने से लोगों के स्वास्थ्य पर भी खराब हो रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के प्रति पूरी तरह से गंभीर हैं। प्राकृतिक खेती में देशी गाय के गोबर का इस्तेमाल भी होता है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों के एक एकड़ जमीन है, उन्हें भी देशी गाय की खरीद पर सब्सिडी देने का प्रावधान किया गया है। गाय के गोबर व मूत्र से बनी खाद प्राकृतिक खेती के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है। सरकार ने हाल ही में खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की है। इससे किसानों का फायदा होगा।
इससे पहले उन्होंने नर्सरी का दौरा कर सेब की विभिन्न किस्मों के बारे में जानकारी प्राप्त की और सेब का स्वाद चखा। इस मौके पर श्री राणा ने पौधारोपण भी किया। कृषि मंत्री को इस अवसर पर स्मृति चिह्न के रूप में हल भेंट किया गया। नर्सरी संचालक नरेंद्र चौहान ने मंत्री को सेब की विभिन्न किस्मों की विस्तृत जानकारी दी। इस मौके पर महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के उप कुलपति डा. एसके मल्होत्रा, कृषि उपनिदेशक डा. वजीर सिंह, जिला भाजपा अध्यक्ष प्रवीण लाठर, नर्सरी संचालक नरेंद्र चौहान आदि मौजूद रहे।
सब्जी मंडी का दौरा
इसके बाद कृषि मंत्री ने यहां सब्जी मंडी करनाल का दौरा किया और मंडी बोर्ड सचिव से सफाई, पेयजल, केंटीन, शौचालय आदि की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।