मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्राचीन एवं ऐतिहासिक सन्निहित सरोवर के तट पर गीता जयंती के दिन दीपोत्सव मनाना एक गौरव का विषय है। इस दीपोत्सव से पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों की रोशनी विश्व के हर जनमानस तक पहुंचेंगी। इससे हर मानव का जीवन अलौकिक और विकसित होगा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सोमवार को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 में सन्निहित सरोवर पर दीपदान करने उपरांत बातचीत कर रहे थे।
इससे पहले मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, पर्यटन मंत्री डा. अरविंद शर्मा, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने गीता जयंती के पावन पर्व पर मंत्रोच्चारण और शंखनाद की ध्वनि के बीच सन्निहित सरोवर में दीपदान किया।
दीपदान कार्यक्रम में पहुंचने पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी का धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं की ओर से जोरदार स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का दिन हम सबके लिए ही नहीं, अपितू सारी दुनिया के लिए गौरव का दिन है। कुरुक्षेत्र की पावन भूमि पर भगवान श्री कृष्ण ने अपने मुख से गीता के उपदेश दिए है। आज हम अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव बहुत ही खुशी व हर्षोउल्लास के साथ मना रहे है। गीता से आपका जीवन अलौकिक एवं विकसित होगा। उन्होंने दीपदान कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए तीर्थोंद्घार ब्राह्मण महासभा के पदाधिकारियों को धन्यवाद एवं शुभकामनाएं दी।
उन्होंने ब्रह्मसरोवर के तट पर हजारों दीपक रोशन करने पर विभिन्न संस्थाओं का आभार व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, जिप चेयरमैन कंवलजीत कौर, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।