हरियाणा के राज्यपाल प्रोफेसर अशीम कुमार घोष की अध्यक्षता में आज राज भवन में सभी राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और कुलसचिवों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और रजिस्ट्रारों द्वारा प्रस्तुत सुझावों और चर्चाओं की सराहना की तथा उन्हें अत्यंत उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और विकास के लिए सदैव प्रतिबद्ध है। उन्होंने विश्वविद्यालयों को आंतरिक संसाधन जुटाने, पूर्व छात्रों व सी एस आर के तहत उद्योग जगत से सहयोग प्राप्त करने तथा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पूर्ण क्रियान्वयन के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने का भी आह्वान किया। राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि इस बैठक में उठाए गए मुद्दों पर गंभीरता से कार्य करते हुए राज्य के विश्वविद्यालय शिक्षा की गुणवत्ता, अधोसंरचना और छात्र हितों के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ प्राप्त करेंगे।
बैठक की सह-अध्यक्षता करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य के सभी विश्वविद्यालय छात्रों को स्टार्टअप से जोड़ने के लिए ठोस पहल करें ताकि युवा केवल नौकरी तलाशने वाले न रहकर आत्मनिर्भर और उद्यमशील बनते हुए नौकरी देने वाले बन सकें। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय औद्योगिक इकाइयों के साथ प्रभावी समन्वय स्थापित कर नियमित रोजगार मेलों का आयोजन सुनिश्चित करें, जिससे विद्यार्थियों को पढ़ाई पूरी होते ही रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त हो सकें।
उन्होंने कहा कि हरियाणा ने आज औद्योगिक हब के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई है। इस पहचान का सीधा लाभ युवाओं तक पहुंचे, इसके लिए विश्वविद्यालयों को अग्रणी उद्योगों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ अधिक से अधिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) करने की दिशा में भी सक्रिय पहल करनी चाहिए।
*प्रधानमंत्री के विकसित भारत विजन में विश्वविद्यालयों से आगे आने का किया आह्वान*
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री के विकसित भारत विजन में विश्वविद्यालयों को आगे आने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि वे युवाओं को रोजगारोन्मुख शिक्षा प्रदान करें और उन्हें कुशल, सक्षम व दूरदर्शी मानव संसाधन के रूप में तैयार करें, ताकि हरियाणा इस राष्ट्रीय लक्ष्य में प्रमुख भूमिका निभा सके।
मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसरों की सुरक्षा पर भी बल देते हुए कहा कि किसी भी असामाजिक तत्व का प्रवेश परिसर में रोका जाए। उन्होंने कहा कि सभी कुलपति विशेष ध्यान दें कि छात्र नशे जैसी सामाजिक बुराइयों से दूर रहें। राज्य सरकार युवाओं को नशामुक्त बनाने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चला रही है, जिससे सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को रोजगारोन्मुख शिक्षा के साथ -साथ खेलों को भी प्राथमिकता देनी चाहिए ताकि युवा खेलों में कैरियर निर्माण करते हुए प्रदेश और देश का नाम रोशन कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय अपने संसाधनों का विकास स्वयं सुनिश्चित करते हुए आत्मनिर्भर बनने की दिशा में सक्रिय प्रयास करें।
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि दो दिवसीय इस महत्वपूर्ण बैठक से सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे, जिससे विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में सुधार होगा, शिक्षा की गुणवत्ता और बढ़ेगी तथा हरियाणा के युवा राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे।
बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनीत गर्ग, मुख्यमंत्री के ओएसडी डॉ. राज नेहरू, खेल विभाग के प्रधान सचिव नवदीप सिंह विर्क, उच्च शिक्षा विभाग के महानिदेशक एस नारायण, राज्यपाल के सचिव डी के बेहरा सहित अन्य अधिकारी और विश्वविद्यालयों के कुलपति व कुलसचिव भी उपस्थित थे।