विद्यार्थियों को अपने समय का सदुपयोग एवं दिशा निर्धारित करके जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। विद्यार्थी जीवन में की गई तपस्या जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में काम आती है। ज्ञान एवं शिक्षा परिवर्तन के व्यापक माध्यम हैं।'
ये विचार नई दिल्ली स्थित जेवियर लेबर रिलेशंस इंस्टीट्यूट के चीफ ऑफ स्ट्रेटजी एंड एचआर सरदार हरभजन सिंह ने चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के 22वां स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने की।सरदार हरभजन सिंह ने कहा कि विद्यार्थी अपने जीवन में जो भी कार्य करते हैं उसे पूरी निष्ठा व ईमानदारी के साथ करें। इस अवसर पर उन्होंने अपने जीवन से जुड़े अनेक अनुकरणीय उदाहरण उपस्थित जनों के साथ साझा किए। सरदार हरभजन सिंह ने विद्यार्थियों को शॉर्ट एनालिसिस तथा व्यक्तित्व विकास की विभिन्न पद्धतियों के बारे में विस्तार से बताया। मुख्य वक्ता के रूप में मिनिस्ट्री ऑफ रूरल डेवलेपमेंट के पूर्व निदेशक डॉ महिपाल पंवार उपस्थित थे। उन्होंने भारत के पूर्व उप -प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल जी के जीवन की उपलब्धियों एवं वर्तमान परिपेक्ष्य में उनकी विचारधारा की प्रासंगिकता पर चर्चा करते हुए कहा कि शोध के क्षेत्र में उच्चतर शिक्षण संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि शोध का अर्थ केवल अकादमिक जगत को फायदा पहुंचाना नहीं होता बल्कि समाज हित को केंद्र में रखते हुए भी शोध विषयों का चयन भी समय की मांग है। उन्होंने संचार व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और कहा कि अपनी बात को बेहतर तरीके से रखकर विद्यार्थी जीवन में सफलता की ऊंचाइयों को छू सकते हैं। उन्होंने ग्रामीण समाज के विभिन्न पहलुओं पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने कहा कि चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय अपने उच्चतर शिक्षा के विभिन्न मानदंडों की प्राप्ति की दिशा में नित नये प्रयास कर रहा है। विश्वविद्यालय के विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर पर हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।