हरियाणा में HTET (Haryana Teacher Eligibility Test) पास गेस्ट टीचर्स को नियमित करने या उनके अनुभव के आधार पर लाभ देने की कोई ठोस नीति वर्तमान में लागू नहीं है, विशेष रूप से 2014 में भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद। पहले की सरकारों, जैसे कांग्रेस सरकार (2005-2014), ने गेस्ट टीचर्स की नियुक्ति शुरू की थी, लेकिन 2019 में पारित हरियाणा अतिथि शिक्षक सेवा अधिनियम ने केवल उनकी सेवा को 58 वर्ष की आयु तक सुरक्षित करने और वेतन में समय-समय पर संशोधन का प्रावधान किया,
न कि नियमितीकरण या अनुभव आधारित लाभ।उनकी मुख्य मांग है कि हरियाणा सरकार अन्य भाजपा शासित राज्यों (जैसे झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, और राजस्थान) की तरह अनुभव आधारित नीति बनाए, जिसमें TET पास गेस्ट टीचर्स को नियमितीकरण, वेतनमान, और अन्य लाभ दिए जाएं। कि भाजपा ने 2014 के चुनावी घोषणापत्र में गेस्ट टीचर्स को नियमित करने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ।
अन्य भाजपा शासित राज्यों की नीतियां
झारखंड:
TET पास पारा शिक्षकों को 2020 में नियमित करने की नीति लागू की गई, जिसमें वेतनमान, मातृत्व अवकाश, और 60 वर्ष तक सेवा जैसे लाभ दिए गए।
अनुभव को आधार बनाकर गैर-TET शिक्षकों को भी विभागीय परीक्षा के माध्यम से नियमित करने का प्रावधान है।
उत्तर प्रदेश:
UPTET पास गेस्ट टीचर्स को 68,500 शिक्षक भर्ती में 25% वेटेज और पास अंकों में छूट दी गई।
Super TET जैसी प्रक्रियाओं के माध्यम से गेस्ट टीचर्स को नियमित करने की नीति लागू की गई, जिसमें अनुभव को प्राथमिकता दी जाती है।
मध्य प्रदेश:
MPTET पास गेस्ट टीचर्स को नियमित भर्ती में प्राथमिकता दी जाती है, और उनके अनुभव के आधार पर विशेष भर्ती अभियान चलाए जाते हैं।
राजस्थान:
REET पास गेस्ट टीचर्स को नियमित करने के लिए उनके अनुभव को ध्यान में रखा जाता है, और विशेष भर्ती प्रक्रियाएं शुरू की गई हैं।नियमितीकरण की कमी: अन्य भाजपा शासित राज्यों के विपरीत, हरियाणा में गेस्ट टीचर्स के लिए कोई स्पष्ट अनुभव आधारित नियमितीकरण नीति नहीं है।
कम वेतन और सुविधाएं: गेस्ट टीचर्स को नियमित शिक्षकों की तुलना में कम वेतन और सुविधाएं मिलती हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है।PGT के वेतनमान मे पिछले 6 मंगाई भत्ता DA बंद किया हुआ है .
हरियाणा सरकार से सवाल: जब झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, और राजस्थान जैसे भाजपा शासित राज्य अपने TET पास गेस्ट टीचर्स को अनुभव के आधार पर नियमित कर रहे हैं, तो हरियाणा में क्या समस्या है? 2014 के घोषणापत्र में किए वादे पूरे क्यों नहीं हुए? हजारों HTET पास गेस्ट टीचर्स सालों से कम वेतन पर काम कर रहे हैं, । हम मांग करते हैं कि हरियाणा सरकार तुरंत अनुभव आधारित नीति बनाए, गेस्ट टीचर्स को नियमित करे, और उन्हें वेतनमान, पेंशन, और अन्य सुविधाएं दे.