हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि विश्व शांति केंद्र पूरी दुनिया को जोड़ने, मानवता को एक सूत्र में पिरोने और शांति व भाईचारे का वातावरण बनाने के लिए उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। जैन आचार्य डॉ. लोकेश मुनि द्वारा स्थापित यह विश्व शांति केंद्र उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
मुख्यमंत्री गुरुवार को विश्व शांति केंद्र में पूज्य आचार्य डॉ. लोकेश मुनि जी के दर्शन करने उपरांत केंद्र के सभागार में शक्ति व शांति के संतुलन से राष्ट्र निर्माण संगोष्ठी कार्यक्रम में बोल रहे थे। भारत के वीर जवानों को समर्पित राष्ट्रीय संगोष्ठी में उन्होंने आचार्य डॉ. लोकेश मुनि का अभिवादन करते हुए वीर शहीदों की शहादत को सलाम किया।
शांति के साथ प्रबल शक्ति भी रखता है भारत : मुख्यमंत्री
शक्ति व शांति के संतुलन से राष्ट्र निर्माण संगोष्ठी में मुख्यातिथि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि भारत शांति के साथ प्रबल शक्ति भी रखता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सकारात्मक सोच केवल आतंकवाद को समाप्त करने की थी न कि युद्ध करने की। व्यवस्था पूर्ण तरीके से भारत ने कदम उठाए और आतंकवाद को मिट्टी में मिलाने का काम करते हुए आतंकवाद पर कुठाराघात किया है। विकसित भारत 2047 के लक्ष्य के साथ भारत को आगे बढाने में सरकार ने ठोस निर्णय लिए। देश हर क्षेत्र में आगे बढ़े, इसके लिए प्रधानमंत्री ने सराहनीय दूरगामी सोच को चरितार्थ किया। उन्होंने हाल ही में भारतीय सीमाओं पर हुए हमलों में शहीद हुए वीर जवानों की शहादत को सलाम किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की नीति के साथ, समाज के हर वर्ग को एकजुट कर एक समरस समाज बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
नैतिक मूल्यों की स्थापना में केंद्र की अहम भूमिका :
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे आचार्य डॉ.लोकेश मुनि का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं कि जनसेवा को समर्पित होकर वे इस पुनीत कार्य में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अहिंसा, करुणा और वसुधैव कुटुंबकम के आदर्शों को स्थापित करना ही इस केंद्र का संकल्प है और डॉ. मुनि अहिंसा विश्व भारती संस्था के माध्यम से पिछले 20 वर्षों से मानव समाज का मार्गदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज के इस युग में, जब दुनिया हिंसा, आतंक, युद्ध और संघर्ष से जूझ रही है, तब अहिंसा विश्व भारती का यह प्रयास अंधकार में एक प्रकाश स्तंभ की तरह काम कर रहा है। उन्होंने खुशी जताई कि यह संस्था वर्षों से अहिंसा यात्रा, नैतिक शिक्षा, सद्भावना संदेश, नशामुक्ति अभियान और समाज में नैतिक मूल्यों की स्थापना के लिए कार्य कर रही है।
वैज्ञानिक, दार्शनिक व सामाजिक दृष्टिकोण का मंच है केंद्र :
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की महान संस्कृति और परंपरा ने हमेशा शांति, सहिष्णुता और सद्भाव का संदेश दिया है। यह वह देश है, जहां पर हर युग और हर काल में भगवान श्री राम और योगीराज श्री कृष्ण से लेकर भगवान महावीर, महात्मा बुद्ध और गुरु नानक जैसी महान आत्माओं ने जन्म लिया। आज यह केंद्र न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक विचारों का प्रसार कर रहा है, बल्कि यह वैज्ञानिक, दार्शनिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी शांति और अहिंसा पर अनुसंधान और संवाद का मंच बन रहा है। यहां अहिंसा और शांति पर शोध किया जा रहा है। यहां पर नशामुक्ति, मानसिक शांति और ध्यान साधना पर विशेष कार्यशालाएं चलाई जा रही हैं।
श्री नायब सिंह सैनी ने डॉ. लोकेश मुनि जी को आदर्श मानते हुए कहा कि आप जैसे संत आज पूरी दुनिया को शांति का मार्ग दिखा रहे हैं। चाहे अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति हो, पर्यावरण संरक्षण हो या वैश्विक महामारी से लड़ने का संकल्प, भारत ने आप जैसे संतों के आशीर्वाद से हमेशा मानवता की भलाई के लिए काम किया है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से इस पवित्र स्थान से यह संकल्प लेने का आह्वान किया कि हम अहिंसा को अपने जीवन का मूल मंत्र बनाएंगे। समाज में शांति, सद्भाव और भाईचारे को बढ़ावा देंगे।
समृद्ध भारत के लिए संस्था निभा रही अपनी जिम्मेदारी : डॉ. लोकेश मुनि
विश्व शांति दूत आचार्य डॉ. लोकेश मुनि ने अपने संदेश में कहा कि विश्व शांति केंद्र संचालित संस्था द्वारा समृद्ध भारत के लिए अपना सक्रिय योगदान देते हुए जिम्मेदारी निभाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हम शांति का संदेश देते हुए समाज को नई दिशा देने में सजग हैं। उन्होंने कहा कि जैन जीवन शैली आध्यात्मिकता का संदेश देती है। उन्होंने हाल ही में शहीद हुए वीर जवानों की शहादत पर श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिवारों को 2-2 लाख रुपये की सहयोग राशि संस्था की ओर से देने की घोषणा की।
यह रहे मौजूद :
इस अवसर पर गुरुग्राम विधायक मुकेश शर्मा, आरएसएस के प्रांत संघ संचालक डॉ.पवन जिंदल , ट्रस्टी डॉ. आलोक ड्रोलिया, सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।