भारत सरकार के वाणिज्य एंव उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत आते उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) की संयुक्त सचिव सुश्री मनमीत के नंदा ने कहा है कि इज ऑफ डुइंग बिजनेस को बढ़ावा देने में सरकार की नीतियां तथा तकनौलजी का इस्तेमाल अहम भूमिका निभाते हैं।
नंदा आज यहां पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित उन्नति इंडिया अवसर श्रृंखला के तहत निवेश शो में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेकर पंजाब व चंडीगढ़ के उद्योगपतियों को संबोधित कर रही थी।
उन्होंने कहा कि विभाग चालीस हजार नियामक अनुपालन बोझ को कम करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि भारत ने हाल के वर्षों में एक महत्वपूर्ण डिजिटल परिवर्तन देखा है। डिजिटल इंडिया और नोटबंदी जैसी पहलों ने डिजिटल लेनदेन को बढ़ाया है,जिसने सरकारी सेवाओं को सुव्यवस्थित किया है।
पीएचडीसीसीआई पंजाब चैप्टर के अध्यक्ष आर.एस.सचदेवा ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत सरकार ने देश में घरेलू निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की है। इन पहलों का उद्देश्य आर्थिक विकास को बढ़ावा देना, रोजगार के अवसर पैदा करना और स्थानीय और विदेशी दोनों निवेशकों को आकर्षित करना है।
इस अवसर पर बोलते हुए इन्वेस्ट इंडिया के सहायक उपाध्यक्ष उत्सव नेगी ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ वर्षों के दौरान आर्थिक विकास को गति दी है। यह औद्योगिक विकास का संकेत है। भारत की व्यापक आर्थिक स्थिरता, नीतिगत सुधार और विकास क्षमता इसे घरेलू और विदेशी दोनों निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाती है।
सत्र का संचालन करते हुए मुख्य अर्थशास्त्री डॉ.एसपी शर्मा ने कहा कि भारत वर्तमान में अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। भारत छह प्रतिशत से अधिक की औसत विकास दर के साथ शीर्ष दस अर्थव्यवस्थाओं में अग्रणी होगा, जिसके बाद चीन का स्थान होगा।
कार्यक्रम के दौरान इन्वेस्ट इंडिया की तरफ से सुश्री शीना भैलक,वेंकटेश साहनी, अग्नि जस्थी, वर्णिका उपमन्यु, डॉ.सुरभि गुप्ता ने विभिन्न विषयों पर प्रस्तुति दी। इस अवसर पर पीएचडीसीसीआई चंडीगढ़ चैप्टर के चेयर सुव्रत खन्ना ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया।