प्रिय बच्चों, हमारे देश की सभ्यता संस्कृति से प्रभावित होकर अनेक देशों के लोग सदियों से लोग यहां आते रहे हैं । भारत की संस्कृति में महिलाओं को विशेष मान-सम्मान हासिल है । आधुनिक युग में भी भारतवर्ष की नारियों ने हर क्षेत्र में यश और सम्मान अर्जित कर रही हैं । प्रस्तुत है कुछ प्रसिद्ध नारियां और उनकी सफलताओं पर दो-दो पंक्तियां ।
पी टी उषा
पी टी उषा कहो या कहो उड़नपरी,
मैं दौड़ती थी हमेशा सबसे खरी
सान्या नेहवाल
टेनिस में जब भी किया कमाल,
लोग बोले - यही है सान्या नेहवाल
ऐश्वर्य रॉय
फिल्मों में ऐश्वर्या तो घर में हूं ऐश,
मनोरंजन करती हूं मिलता है नाम और कैश
कल्पना चावला
अंतरिक्ष में जीने की तमन्ना कहां ले गई,
दुनिया को छोड़ कल्पना अंतरिक्ष की हो गई
इंदिरा गांधी
पूरे देश की डोर एक हाथ से बांधी थी,
वो कोई ओर नहीं श्रीमती इंदिरा गांधी थी
सरोजिनी नायडू
वो जब बोलती थीं तो फूल से झड़ जाते थे,
सरोजिनी नायडू को सुनने लोग दूर दूर से आते थे
किरण बेदी
कमाल की हिम्मत और हर बात की गहन भेदी,
पुलिस सेवा की पहली महिला अधिकारी थीं किरण बेदी
सुष्मिता सेन
मिस इंडिया भी और मिस युनिवर्स भी बनी थी
सुष्मिता सेन की फिल्मों में भी खूब हवा चली थी
रीतू बेरी
जीने के नए अंदाज बताना है आदत मेरी
फैशन जगत में कहते हैं लोग मुझे, है ये रीतू बेरी
सुनीता विलियम
जमीन और आसमानों से बात करती हैं सुनीता विलियम
कभी धरती पर तो कभी अंतरिक्ष में रहती है सुनीता विलियम
लता मंगेशकर
लता मंगेशकर जैसी बात किसी में न पहले थी न हो पाएगी
सदियों बाद भी दुनिया इनके गीत गाएगी, गुनगुनाएगी
एनी बेसंट
सात समुन्दर पार की थी पर था - भारत से बहुत प्यार
बस गई यहीं एनी बेसंट और खूब किया समाज का सुधार
बचेंद्री पाल
उंचे- ऊंचे पहाड़ और सीधी तेज ढाल
पूरी हिम्मत से चढ़ गई वो बचेंद्री पाल