हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी हैं।
आज यहां जारी एक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के जुड़ा यह पर्व आस्था, उल्लास व आपसी सद्भाव का प्रतीक है। हमें इस पर्व को मिल-जुल कर मनाना चाहिए।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि श्रीकृष्ण का चरित्र हमें लौकिक और आध्यात्मिक शिक्षा देता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध में स्वजनों को अपने सामने देखकर युद्ध से विमुख हुए अर्जुन को आत्मा की अमरता का संदेश दिया था। यही पवित्र धार्मिक ग्रंथ ‘श्रीमद्भगवद्गीता’ बना जो आज भी समस्त मानवता के लिए प्रेरणा-स्रोत है। गीता में उन्होंने स्वयं कहा है कि ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन’ अर्थात व्यक्ति को मात्र कर्म करना चाहिए फल की इच्छा नहीं रखनी चाहिए। गीता में उन्होंने कहा है कि व्यक्ति को मात्र कर्म करना चाहिए, फल की इच्छा नहीं रखनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षाएं और दर्शन आज भी प्रासंगिक हैं और हमें एक सफल जीवन जीने के लिए उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करने का संकल्प लेना चाहिए।