अतिरिक्त मुख्य सचिव बिजली श्री पी. के. दास ने बताया कि हरियाणा पावर यूटिलिटीज के अधिकारियों को प्रौद्योगिकी और प्रबंधन क्षेत्रों में प्रशिक्षण देने वाला पावर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट पंचकूला एक अत्याधुनिक संस्थान बन गया है। यह संस्थान ट्रांसमिशन, वितरण, थर्मल, हाइड्रो के क्षेत्र में विभिन्न तकनीकी, प्रबंधकीय, वित्तीय व कानूनी विषयों पर इंजीनियरों, वित्त एवं कानूनी अधिकारियों के अलावा अन्य अधिकारियों को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण आयोजित करता है। इसके साथ साथ हरियाणा पावर यूटिलिटीज को अपनी समर्पित सेवाएं भी प्रदान कर रहा है। यह संस्थान बिजली क्षेत्र से संबंधित नवीकरणीय, प्रबंधन, आईटी, नियामक मामले आदि विषयों पर पाठ्यक्रम निर्धारित करके निरंतर प्रशिक्षण का भी आयोजन करता है।
उन्होंने बताया कि संस्थान हरियाणा पावर यूटिलिटी के विभिन्न श्रेणियों के सभी नए भर्ती अधिकारियों के लिए एक प्रभावी प्रेरक प्रशिक्षण सुनिश्चित करता है। कर्मचारियों को अद्यतन और प्रेरित रखने के लिए सेवाकालीन प्रशिक्षण दिया जाता है। चूंकि प्रौद्योगिकी जीवन के सभी क्षेत्रों में तेजी से प्रवेश कर रही है। तकनीकी प्रशिक्षण और कार्यक्रमों में आत्म-सुधार, नैतिक व्यवहार और तनाव प्रबंधन से जुड़े सत्रों का भी संचालन किया जाता है। प्रशिक्षुओं को योग के साथ-साथ मूल्य आधारित शिक्षा भी प्रदान करता है।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान, अधिकारी प्रशिक्षुओं को बहुसंवेदी सीख का अनुभव देने के साथ ही उनकी शैक्षणिक यात्राओं की भी व्यवस्था की जाती है। इसके अलावा युवा अधिकारी प्रशिक्षुओं को ट्रेकिंग कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए तैयार किया जाता है जो उन्हें विभाग के मूल कार्य से अवगत करवाने में मदद करते हैं। प्रशिक्षुओं को आउटडोर और इनडोर खेल प्रदान करके परिसर में एक समृद्ध और विविध जीवन जीने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि एचपीटीआई, आईआईएम अहमदाबाद, एमडीआई गुरुग्राम, हैदराबाद के प्रशासनिक कॉलेज, पीजीसीआईएल आदि के सहयोग से एचपीयूएस के अधिकारियों को प्रौद्योगिकी के साथ-साथ वित्त के ज्ञान को बढ़ाने के लिए सर्टिफिकेट कोर्सेज का संचालन आरम्भ किया गया है। इसके अलावा, एचपीटीआई, एमडीआई, गुरुग्राम के संयुक्त प्रयास से एचपीयू के अधिकारियों के लिए पावर मैनेजमेंट में एमबीए पाठ्यक्रम भी संचालित किया जा रहा है। गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण से अधिकारीगण आधुनिक ज्ञान से संपन्न होकर समाज सेवा के नये स्वरूपों को साकार करेंगे।