खंड नूह के गाँव उदाका के सरकारी स्कूल मे प्राइमरी की मुख्य अध्यापिका के द्वारा काफी समय से स्कूल मे चल रही सरकारी योजनाओ मे हेरा फेरि करने का ग्रामीणो को काफी समय से संदेशा लग रहा था। लेकिन कभी भी ग्रामीणो ने स्कूल मे जाकर मुख्य अध्यापिका से बात करने की कोशिश की तो ग्रामीणो को मुख्य अध्यापिका डरा धमकाकर भागा देती है यहा तक की इल्ज़ाम लगाने की भी धम्की देती रही इसी तरह गाँव उदाका का प्राइमरी स्कूल बिना ग्रामीणो के सहयोग के राम भरोसे चल रहा था बच्चो के लिए किसी परकार की कोई सुविधा नहीं मिल रही थी लेकिन ग्रामीणो को एक बड़ा झटका तब लगा जब बच्चे ही स्कूल जाने से मना करने लगे लगभग 2 हफ्ता पहले ग्रामीण स्कूल के आँगन मे एकठ्ठे हुए ओर जिला मोलिक शिछा अधिकारी को बुलाकर अपने बच्चो के भविषय की गुहार लगाई उस समय अधिकारी ने ग्रामीणो को आसवासन देते हुए मुख्य अध्यापिका के रेकॉर्ड को एक कमरे मे बंद कर उसकी चाबी smc चेरमेन को दे गाया ओर एक सप्ताह मे कारवाई करने का भी आस्वास्न दिया लेकिन मिख्या अध्यापिका ने अगले ही दिन कमरे का ताला तोड़कर अधिकारी के आदेशो की धज्जिया उढ़ा दी। जब ग्रामीनो को कोई कारवाई नहीं होती दिखी तो ग्रामीणो ने स्कूल मे ताला जड़ने का मन बना ही लिया। ओर आज मंगलवार सुबह 9 बजे ग्र्मिनों ने स्कूल मे ताला जड़ दिया ओर उच अधिकारियों को अवगत भी करा दिया इसके चलते ग्रामीण/कुछ सामाजिक कार्यकर्ता वे मीडिया के लोग 2 बजे तक परेशान रहे इसके बाद विभाग की तरफ से जिला मोलिक शिछा अधिकारी व खंड विकास अधिकारी मोके पर पहुंचे उन्होने स्कूल मे सारे रेकॉर्ड को चेक किया तो पाया की आधा रेकॉर्ड स्कूल से गायब है इसके बाद ग्रामीणो की बात सुनी ओर ग्रामीणो को मुख्य अध्यापिका का तुरंत ट्रान्सफर जिला मोलिक शिछा कार्यालय मे करते हुए 1 सप्ताह मे उचटम करवाही करने का आसवासन दिया। इस मोके पर सरपंच उदाका(गजराज),आली शेर, राम अवतार,सलाउद्दीन,smc चेरमेन, सरीफ़ खान,चरण सिंह,तय्यब,महावीर,संगीता देवी,अखतरी,ज़रीना,मुबीना,आदि ग्रामीण व्यक्ति मोजूद थे।