कांग्रेस विधायक एवं पूर्व सीएलपी श्रीमती किरण चौधरी ने धान की खरीद को लेकर प्रदेश की गठबंधन सरकार पर सवाल उठाए, किरण चौधरी ने कहा की मुख्यमंत्री जी धान की 100 प्रतिसत फसल खरीदने का दावा कर रहे थे इसके उलट करनाल ,कुरुक्षेत्र ,कैथल औऱ अंबाला की मंडियों में किसानों का धान नही बिक रहा , सरकार ने कहा था की धान का दाना-दाना खरीदेंगे लेकिन अब धान खरीद पर भी कैप लगा दी है किसान की प्रति एकड़ 33 क्विंटल धान की खरीद की जा रही है ओर किसान अपनी फसल को बेचने के लिए धरना -प्रदर्शन कर रहे हैं।
किरण चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी धान की पूरी उपज खरीदने के दावे कर रहे हैं पर किसानों के पास मैसज भेजकर किसी से 6 क्विंटल किसी से 8 क्विंटल धान मंडी में लाने के लिए कहा जा रहा है अगर इसी तरह खरीद की गई तो फिर किसान अपनी खून- पसीने से तैयार की गई फसल कहाँ बेचेगा, किरण चौधरी ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार किसानों के लिए मुसीबत बन चुकी है। उन्होंने कहा कि समझा जा सकता है कि अभी यही हालात हैं तो किसानों के खिलाफ जो 3 काले कानून पास किए गए हैं उनके अमल में आने के बाद क्या हालात होंगे, उन्होंने कहा कि गठबंधन की सरकार पूरी तरह से विफल साबित हो चुकी है और सरकार को समझ मे ही नही आ रहा कि क्या करना है, उन्होंने सरकार से किसानों की धान की पूरी फसल खरीदने की मांग करी ताकि किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए भटकना न पड़े।
किरण चौधरी ने कहा कि 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी और पूर्व प्रधानमंत्री स्व: श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयन्ती के अवसर पर "किसान- मजदूर बचाओ दिवस" मनाया जाएगा व प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा व जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन करके किसान विरोधी कानूनों को तत्काल वापिस लेने की मांग की जाएगी।