विकेश शर्मा
चंडीगढ़- हरियाणा सरकार के गृह विभाग द्वारा बीते कल भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और हरियाणा पुलिस सेवा (एचपीएस ) अधिकारियों की तैनाती/तबादले सम्बन्धी जारी आदेश में हालांकि बीते अढ़ाई वर्षो से सीएम सिटी अर्थात करनाल ज़िले के पुलिस अधीक्षक (एसपी ) पद पर तैनात एचपीएस अधिकारी एस.एस. भोरिया का तबादला कर उन्हें एसपी, सिक्योरिटी, सीआईडी और एसपी, कमांडो, नेवल लगाया गया है परन्तु प्रदेश के दो अन्य ज़िलों सिरसा में भूपिंदर सिंह एवं चरखी दादरी में विनोद कुमार को जिला एसपी तैनात किया गया है जो दोनों भी एचपीएस अधिकारी हैं.
पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने बताया कि अभी गत अगस्त माह में ही एचपीएस अधिकारी राजेश कालिया को भी जिला अंबाला का एसपी तैनात किया गया था जिन्हे बीते कल एआईजी/वेलफेयर, पुलिस मुख्यालय का अतिरिक्त कार्यभार भी दिया गया है. इसी प्रकार यमुनानगर ज़िले में बीते जून माह से एचपीएस कमलदीप गोयल को जिला एसपी तैनात हैं.
ज्ञात रहे कि कमलदीप,कालिया, भूपिंदर और विनोद चारो वर्ष 2004 में हरियाणा पुलिस में बतौर एचपीएस अर्थात सीधे डीएसपी के पद पर सीधे नियुक्त हुए थे लेकिन वह अभी तक आईपीएस नहीं बने हैं. हालांकि तीनों डीएसपी के वेतनमान में ही हैं परन्तु उन्हें एडिशनल एसपी का दर्जा प्रदान किया गया है. इस प्रकार आज हरियाणा में चार ज़िलों की कमान एचपीएस अधिकारियों के हवाले की गई है.इस सम्बन्ध में हेमंत ने आगे बताया कि आईपीएस कैडर नियमावली, 1954 के अनुसार केंद्र सरकार के कार्मिक मंत्रालय द्वारा हर राज्य के लिए निर्धारित एवं नोटिफाई किये गए आईपीएस के पदों पर राज्य सरकार द्वारा केवल आईपीएस अधिकारी ही तैनात किये जा सकते हैं. हालांकि उन्होंने बताया कि राज्य सरकार अस्थायी तौर पर गैर-आईपीएस कैडर के अधिकारियों को अर्थात हरियाणा पुलिस सेवा (एचपीएस ) के अधिकारियों को भी आईपीएस के लिए आरक्षित पदों पर तीन महीने की अवधि के लिए तैनात कर सकती है परन्तु तीन महीने के बाद उनका कार्यकाल आगे बढाने के लिए केंद्र सरकार की स्वीकृति आवश्यक है. यही नहीं एचपीएस अधिकारयों की आईपीएस के पदों पर तीन महीने की उक्त अस्थायी तैनाती भी कुछ विशेष परिस्थितियों में ही की जा सकती है जैसे कि राज्य आईपीएस कैडर में से इन पदों पर लगाने के लिए कोई उपयुक्त आईपीएस अधिकारी उपलब्ध न हो अथवा जिस आईपीएस के पद पर गैर-आईपीएस अधिकारियों को तैनात किया जा रहा है, वह पद केवल तीन महीने तक ही चलने वाला हो. उक्त दोनों परिस्थितियां यमुनानगर,अंबाला, सिरसा और चरखी दादरी के एसपी के पद में सम्बन्ध में लागू नहीं होती.
बहरहाल, हरियाणा में सभी ज़िलों के वर्तमान पुलिस अधीक्षकों के आधिकारिक रिकॉर्ड सम्बन्धी जानकारी एकत्रित कर हेमंत ने बताया कि प्रदेश में तीन ज़िलों- फरीदाबाद, गुरुग्राम और पंचकूला में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था हैं इसलिए यहाँ पर जिला एसपी की बजाये आईजी लेवल या उससे ऊपर के रैंक के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को पुलिस कमिश्नर तैनात किया जाता हैं. वर्तमान में फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर 1992 बैच के आईपीएस ओपी सिंह जो एडीजीपी रैंक में हैं. गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर 1996 बैच के आईपीएस केके राव हैं जो अभी आईजी रैंक में हैं जबकि 1998 बैच के आईपीएस एवं आईजी, सुरक्षा पद पर तैनात सौरभ सिंह के पास पंचकूला पुलिस कमिश्नर का अतिरिक्त कार्यभार है.
उन्होंने आगे बताया कि 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी ओम प्रकाश जो इस वर्ष फरवरी में 14 वर्ष की आईपीएस कैडर में सेवा पूरी करने के फलस्वरूप में उप-महानिरीक्षक (डीआईजी), के पद पर पदोनत्त कर दिए गए उन्हें अब सिरसा जिला का एसपी तैनात किया गया है. वह वर्ष 2012 में एचपीएस से प्रमोट होकर आईपीएस बने थे. वहीं अब हरियाणा में पानीपत ही एक ऐसा जिला है जहाँ महिला आईपीएस - 2011 बैच की मनीषा चौधरी एसपी हैं. हालांकि उन्हें भी जल्द ही डेपुटेशन पर यूटी चंडीगढ़ में डेपुटेशन पर भेजकर वहां की एसपी, सिक्योरिटी एवं ट्रैफिक तैनात किये जाने की सम्भावना है.
इसके अतिरिक्त बाकी ज़िलों में हिसार ज़िले में 2007 बैच के आईपीएस बलवान सिंह , जो वर्ष 2013 में एचपीएस से आईपीएस बने थे , एसपी हैं. रोहतक ज़िले में 2009 बैच के राहुल शर्मा , कुरुक्षेत्र में 2010 बैच के राजेश दुग्गल, रेवाड़ी में 2011 बैच के अभिषेक जोरवाल ज़िले के पुलिस कप्तान हैं. सोनीपत में 2012 बैच के जश्नदीप सिंह रंधावा, भिवानी में 2012 बैच के सुमेर प्रताप सिंह, पलवल में 2012 बैच के दीपक गहलावत, करनाल में 2013 बैच के गंगा राम पुनिया और झज्जर में 2013 बैच के हिमांशु गर्ग जिला एसपी है. फतेहाबाद में 2014 बैच के राजेश कुमार जबकि पुलिस जिला हांसी में 2014 बैच के लोकेन्द्र सिंह पुलिस अधीक्षक है. कैथल में 2015 बैच के शशांक कुमार सावन, जिला नूहं में भी 2015 बैच के नरेंद्र बीजरनीया और महेन्द्रगढ़ में 2015 बैच के चंद्रमोहन जिला एसपी हैं.
हेमंत ने बताया कि फरवरी, 2017 में केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा में आईपीएस अधिकारियों की कैडर संख्या 144 निर्धारित की गयी जिसमे से 101 सीधी भर्ती द्वारा अर्थात यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में सफल होकर एवं 43 एचपीएस अधिकारियों के प्रमोशन में से भरे जाने वाले हैं. वर्तमान में हरियाणा कैडर में 109 आईपीएस अधिकारी है. हरियाणा पुलिस के एक डीजीपी रैंक के अधिकारी 1986 बैच के ही प्रभात रंजन देव हैं जो वर्तमान में कमांडेट जनरल, सिविल डिफेन्स और होम गार्ड हैं उनकी रिटायरमेंट आज से एक सप्ताह बाद 30 सितम्बर, 2020 को है.