भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने शनिवार को 74 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर चंडीगढ़ में स्थित एम एल ए फैलेट न 51, पार्टी कार्यालय पर तिरंगा फहराया l भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुबह कार्यालय पहुँच कर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए l इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी, महिला आयोग की चेयरमैन प्रतिभा सुमन, पूर्व विधायिका लतिका शर्मा,पूर्व विधायक सुखविंदर मांडी, भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी रणदीप घनघस, पंचकूला जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा समेत बहुत से वरिष्ठ कार्यकर्त्ता मौजूद थे l
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन देश के लिए सर्वोच्य बलिदान करने वाले सभी शहीदों को याद करने का दिन है l मणिपुर में शहीद स्मारक पर लिखा है कि हमने आपके सुनहरे कल के लिए अपना आज बलिदान कर दिया है l ऐसे बलिदानी वीरों को याद करने का दिन है l उन्होंने कहा की 1857 से लेकर 1947 तक 90 वषों में देशभक्तों ने आजादी के लिए एक लम्बे संघर्ष की यात्रा की है l उन देश भक्त शहीदों में से कुछ के नाम हम सबके जहन में है, लेकिन कुछ गुमनामी के अंधेरों में लुप्त हो गए है l जिन्हें हम कभी जान ही नहीं पाए आज हमें उनको भी याद करना चाहिए l
अपने संबोधन में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने वाईपर टापू की जेल और अंग्रेजों द्वारा देशभक्तों पर किए गए अत्याचारों का जिक्र करते हुए कहा कि हमे इतिहास में यह कभी नहीं पढाया गया कि आजाद हिन्द फौज के 7 हजार सैनिक किस तरह शहादत के बाद गुमनामी के अँधेरे में धकेल दिए गए l हमें नहीं बताया गया कि किस तरह 1942 से लेकर 1945 तक 26 हजार लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी l वो कौन थे आज हम नहीं जानते l उन्होंने कहा कि मै ऐसे मेरे देश के सभी बलिदानी वीरों से क्षमा मांगता हूँ जिन्हें हम याद नहीं रख पाए l इजराइल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इजराइल ने अपने शहीदों को याद करने के लिए पेड़ लगाने से लेकर संग्रहालय बनाने तक के काम किए l
धनखड़ ने कहा कि हरियाणा भी आजादी के इतिहास से भरा पड़ा है l हरियाणा की धरती का कण कण आजदी के लिए शहीद हुए इसके लालों की वीरता की गवाही दे रहा है l उन्होंने कहा की चाहे हांसी की लाल सड़क हो या छोटा सा गाँव रोह्नात सबका आजादी की लड़ाई में योगदान था l यहाँ भी हजारों शहीद गुमनाम होकर रह गए l परन्तु जब हरियाणा में भाजपा कि सरकार आई तो हमने निर्णय लिया की ऐसे वीर महपुरुषों के जिनके नाम उनके गाँव के लोग जानते है वे गुमनाम न हो जाए इसलिए हमने ग्राम गौरव पट्ट पर उनको लिखकर उनको श्रधांजलि देने का प्रयास किया l
उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया कोरोना की इस महामारी से आजादी चाहती है l आज पूरी मानवता कोरोना से लड़ रही है और हमारा देश एक पड़ोसी से l आज जब सारी मानवता को एक होकर इस विपदा से निज़ात पाने को लेकर काम करना है, वही अपनी विस्तारवादी नीतियों के कारण हमारा पडौसी सीमा पर संघर्ष उत्पन्न कर रहा है l लेकिन हमारे देश के जवानों ने सीमा पर माकूल जवाब देकर देश की सीमाओं की रक्षा की और उसके लिए अपना सर्वोच्य बलिदान भी दिया l यही बलिदान और हमारे देश की गौरवशाली परम्परा हमें आगे बढ़ने की देश के लिए कुछ कर गुजरने की प्रेरणा देती है, नई उर्जा देती है l