भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने बुधवार को कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए सरकार की इच्छाशक्ति और सैनिकों के पराक्रम को और मजबूत करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत पैकेज लेकर आए है l देश अगर आत्मनिर्भर होगा तो उसकी दूसरे देशों पर निर्भरता कम हो जाएगी और वह आर्थिक रूप से समृद्ध होगा l भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष भाजपा के सैनिक प्रकोष्ठ और मीडिया विभाग की एक वर्चुअल बैठक और आयोजित वैबिनार को संबोधित कर रहे थे l बैठक में विशेष रूप से राज्य सभा सांसद जन. डी पी वत्स, पद्म भूषण ले. जन. के जे सिंह समेत भाजपा के प्रदेश महामंत्री एडवोकेट वेदपाल, महामंत्री संदीप जोशी, सांसद सुनीता दुग्गल, जवाहर यादव, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी रणदीप घनगस सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह सुहाग और सभी जिलों के जिला अध्यक्ष मौजूद रहे l
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि आज दुनिया में भारत–चीन सीमा को लेकर चर्चा हो रही है l दुनिया के सामने हमारा पक्ष मजबूत रहा, यह सब संभव हो सका है विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी के कारण l उन्होंने कहा कि जब से देश में भाजपा की सरकार बनी है पूरी दुनिया में भारत की छवि को अभूतपूर्व सम्मान की दृष्टि से देखा जाने लगा है l आज चीन के साथ विवाद में दुनिया भारत की तरफ खड़ी है और भारत ने चीन को कुटनीतिक स्तर पर एकांकी कर दिया है l यह देश के प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति का ही परिणाम है, वरना तो देश में एक समय ऐसा भी था जब नेहरु ने 45 सौ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र चीन को थाली में सजा कर दे दिया था l उन्होंने कहा कि आज का भारत 1962 का भारत नहीं है l आज हमारी सेना का पराक्रम डोकलाम से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक और गलवान तक पूरी दुनिया देख रही है l प्रधानमंत्री मोदी ने बता दिया है कि भारत किसी से कम नहीं है l
वैबिनार के मुख्यवक्ता के तौर पर जुड़े पद्म भूषण से सम्मानित ले. जन. के जे सिंह ने भारत और चीन की सीमाओं के बारे में बताते हुए कहा कि भारत और चीन की सीमा का विवाद भारत के उस समय के राजनितिक लोगों की कमजोर इच्छाशक्ति का नतीजा है l देश के सैनिकों के हौसले उस समय भी कम नहीं थे और आज भी नहीं है l उन्होंने कहा की 1914 के भारत तिब्बत समझौते से लेकर शिमला समझौते तक भारत के राजनेताओं की कमजोरी के कारण आज चीन हमारी जमीन पर बैठा है, वरना तो 1914 से पहले भारत की कोई सीमा चीन से नहीं लगती थी, कोई विवाद नहीं था l उन्होंने कहा कि हरियाणा का भारत और चीन की सीमाओं से बहुत पुराना और गहरा रिश्ता रहा है l गलवान में हुई झड़प में हमारे जवानों ने चीनियों को मुहतोड़ जवाब दिया है l 1962 में शैतान सिंह जो की अहीर रेजिमेंट का जवान था, वो चीनियों को आज भी सपने में दिखाई देता है l उन्होंने कहा कि 1962 के युद्ध में चीनी सेना ने अहीर रेजिमेंट और जाट रेजिमेंट में हरियाणा के जवानों के बहुबल को आजमाया है l जिसको वे आज तक नहीं भुला पाएं l
राज्य सभा सांसद जन. डी पी वत्स ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि आज हमारा देश बैल्ट और बुलेट दोनों से जवाब देना जानता है l आज हमें आर्थिक महाशक्ति बने चीन को आर्थिक रूप से तोड़ने की जरूरत है l कम से कम चीनी सामान का उपयोग करके स्वदेशी वस्तुओं का ज्यादा उपयोग करें l उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए हमें हमारें जवानो के हौसले को और मजबूत करना है l किसी भी राजनितिक दल को भारत चीन सीमा विवाद पर देश के सैनिकों के पराक्रम पर सवाल नहीं उठाने चाहिए l सवाल पूछने का भी समय आएगा परन्तु अभी ऐसी बचकानी हरकतों से बचना चाहिए l देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काम कर रहे है, उनका साथ देना चाहिए l