दक्षिण दिल्ली में स्थित दीपालय के दो व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों ने विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस २०१८ मनाया (जो की हर साल २ दिसंबर मनाया जाता है)। इस अवसर को ध्यान में रखते हुए, "डिजिटल टेक्नोलॉजी एंड डिजिटल लर्निंग" विषय पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया — एक दीपालय वीटीसी गोल कुआं और दूसरा दीपालय वीटीसी संजय कॉलोनी में। श्री चिरंजीत शाह, जो वर्तमान में हनीवेल टेक्नोलॉजीज में सीनियर कोऑर्डिनेटर (ग्लोबल इवेंट्स) के रूप में काम कर रहे हैं, ने ये सत्र लिए। श्री चिरंजीत शाह दीपालय स्कूल, संजय कॉलोनी के पूर्व छात्र रहे हैं; वह एक उज्ज्वल छात्र थे जिन्हें दीपालय के समर्थन के माध्यम से यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका में अध्ययन करने का अवसर मिला था।
इन कार्यशालाओं में, श्री शाह ने छात्रों से पुछा कि वे डिजिटल दुनिया के बारे में क्या जानते हैं। उन्होंने मैकिंसे द्वारा किए गए एक रिसर्च के बारे में बताया, जो अंदाजा लगता है कि २०३० तक रोबोटिक्स और ऑटोमेशन के कारण ४००-८०० मिलियन लोग नौकरी खो सकते है। ऐसे में, कौशलों का उपग्रडेशन करते रहना ज़रूरी है।
श्री शाह ने आगे बताया कि वर्तमान में बिग डेटा का विश्लेषण करने के लिए लोगों की कमी है, और निकट भविष्य में, हडोप, आर पायथन जैसे प्रोग्रामिंग भाषाओं के बारे में ज्ञान रखने वाले लोगों की काफी ज़रुरत होगी। ब्लॉकचेन और मार्केटिंग ऑटोमेशन की नौकरियां भी काफी हद तक बढ़ जायेगी। साथ ही साथ, उन्होंने बताया कि कोई भी खर्च किए बिना कैसे इस तरह का ज़रूरी कौशल को सीख सकता है। हार्वर्ड विश्वविद्यालय, आईआईटी जैसे उच्च प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रोफेसर कुछ ऑनलाइन शिक्षण पाठ्यक्रम चला रहे हैं; एडक्स, हबस्पॉट अकादमी और कौसेरा जैसे ई-लर्निंग पाठ्यक्रमों से कैसे ज्ञान प्राप्त कर सकते है।
प्रेजेंटेशन के बाद एक प्रश्नोत्तर सत्र भी था जिसमें छात्रों ने हिस्सा लिया और डिजिटल दुनिया से संबंधित विभिन्न विषयों पर स्पष्टीकरण प्राप्त किया। गोल कुआं में कुल ३१ छात्रों ने भाग लिया और ३५ छात्रों ने संजय कॉलोनी की कार्यशाला में भाग लिया। श्रीमति कोमल राठौर ने गोल कुआं में श्री शाह का स्वागत किया, जबकि श्री प्रदीप चौहान ने संजय कॉलोनी में उनका स्वागत किया। श्री जेम्सकुट्टी वी. ई., प्रोजेक्ट इन चार्ज, दीपालय ने अंत में धन्यवाद किया।
आज तक, दीपालय ने १३,३५२ लोगों (ज्यादातर वंचित वर्ग के महिलाओं और युवाओं) को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया है, साथ ही रोज़गार के सुविधा प्राप्त करने में १२,००० लोगों की मदद की है। गोले कुआं और संजय कॉलोनी में व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र हर साल १८ वर्ष से कम उम्र के १२० युवाओं को कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रदान करते हैं, और एनआईआईटी फाउंडेशन के समर्थन के साथ बेसिक व एडवांस्ड कंप्यूटर पाठ्यक्रम चला रहे हैं। केंद्रों का उद्देश्य छात्रों के बीच संचार और व्यक्तित्व लक्षणों को विकसित करना है, साथ ही उनको कॉर्पोरेट और विभिन्न अन्य क्षेत्रों के लिए तैयार करना है।
दीपालाय के बारे में
दीपालाय एक आईएसओ 9001: 2008 प्रमाणित गैर-सरकारी संगठन है जो आत्मनिर्भरता को सक्षम करने में विश्वास करता है और महिलाओं और बच्चों पर विशेष ध्यान देने के साथ शहरी और ग्रामीण गरीबों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
गैर-सरकारी संगठन 16 जुलाई, 1979 को सात संस्थापक सदस्यों द्वारा शुरू किया गया था और तीन से अधिक दशकों से निरक्षरता के विरूद्ध धर्मयुद्ध में योगदान दे रहा है। वर्षों से दीपालय ने शिक्षा (औपचारिक/गैर-औपचारिक/उपचारात्मक), महिला सशक्तिकरण (प्रजनन स्वास्थ्य, एसएचजी, माइक्रो-फाइनेंस), संस्थागत देखभाल, सामुदायिक स्वास्थ्य, व्यावसायिक प्रशिक्षण आदि के क्षेत्रों में कई परियोजनाएं चलायी हैं। हमारी परियोजनाएं दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, और तेलांगना में चल रही हैं।