COURSTEYNAVBHARAT TIMES JULY10
ऑफर था, ठूसे चिली बर्गर, फटा पेट
यह घटना उन युवाओं के लिए
एक तरह से चेतावनी है कि जो
बिना सोचे-समझे फूड कॉम्पिटिशन में शामिल हो जाते हैं।-डॉ. दीप गोयल
Rahul.Anand@timesgroup.com
नई दिल्ली : राजधानी स्थित एक रेस्ट्रॉन्ट ने चिली बर्गर खाने का कॉम्पिटिशन रखा। ऑफर था, जो सबसे ज्यादा खायेगा उसे एक महीने तक रेस्ट्रॉन्ट में फ्री खाना मिलेगा। दिल्ली यूनिवर्सिटी के एक स्टूडेंट ने इसमें बाजी मार ली, लेकिन इस चक्कर में उसके पेट का अंदरूनी हिस्सा फट गया। स्टूडेंट को पेट की सर्जरी करानी पड़ी और लिक्विड डाइट पर रहना पड़ा।
डीयू में सेकेंड ईयर के स्टूडेंट गर्व गुप्ता ने बताया कि राजोरी गार्डन स्थित रेस्ट्रॉन्ट में हुए इस कॉम्पिटिशन में उन्होंने अपने दोस्तों के साथ हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा बर्गर मैंने खाए, लेकिन दूसरे दिन मुझे दिक्कत होने लगी। इसके बाद खून की उल्टी होने से मैं डर गया। जब डॉक्टर के पास गया तो पता चला कि चिली बर्गर की वजह से मेरे पेट का यह हाल हुआ है। गर्व जब इलाज के लिए बीएलके सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पहुंचे तो डॉक्टर भी हैरान थे।
डॉक्टर दीप गोयल ने बताया कि इंडोस्कोपी से पता चला कि उनके पेट की इनर लाइनिंग फट गई है। लाइनिंग का जितना एरिया फट गया था, उसे सर्जरी के जरिए बाहर निकाला गया। जो बच गया था उसे ठीक करने के लिए दवा दी गई।
डीयू स्टूडेंट को करानी पड़ी पेट की सर्जरी, दो दिन तक ली लिक्विड डाइट
लेने के पड़े देने
ध्यान रखें
डॉक्टर गोयल ने बताया कि इनर लाइनिंग पेट को प्रोटेक्ट करती है, इसलिए इसे प्रोटेक्टिव लाइनिंग भी कहा जाता है। यह पेट के अंदर स्टमक एसिड बनाता है। हार्मोन और इंजाइम प्रोड्यूस करता है। पेट को इन्फेक्शन से भी बचाता है। इसके खराब होने से पेट के अंदर बहुत सारी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए इसे सेव करना जरूरी होता है।
डॉक्टर दीप गोयल ने बताया कि चिली एसिटिक होता है और यह एसिडिटी बनाता है। बहुत ज्यादा मात्रा में चिली के यूज की वजह से लाइनिंग पर डायरेक्ट असर होता है। पेट के अंदर डैमेज होने के मामले तो आते रहते हैं, चाहे अल्सर की वजह से हो या फिर बहुत ज्यादा शराब पीने की वजह से। लेकिन पहली बार चिली बर्गर खाने से लाइनिंग फटने का मामला सामने आया है।
इनर लाइनिंग अहम
चिली से बनती है एसिडिटी